जीयनपुर नगर पंचायत के आदर्श नगर बरई टोला निवासी 62 वर्षीय मेवा चैरसिया पान की दुकान कर परिवार को भरण पोषण करते थे। वर्तमान में वे एक मकान का निर्माण करा रहे थे। बुधवार की रात भोजन के बाद मेवा निमार्णाधीन मकान पर सोने चले गए। राम में करीब 2.30 बजे उनका छोटा भाई कैलाश चैरसिया वहां पहुंचा और फावड़े से काटकर मेवा की हत्या कर दी। मेवा की चीख सुनकर परिवार के लोगों की नींद टूटी तो मेवा की खून से लथपथ लाश देख दंग रह गए।
वहीं दूसरी तरफ हत्या की घटना को अंजाम देने के बाद कैलाश फावड़ा लेकर सीधा कोतवाली पहुंच गया। पुलिस ने कैलाश के हाथ में खून से सना फावड़ा देखा तो वह भी दंग रह गयी। कैलाश ने खुद पुलिस को बताया कि उसने अपने बड़े भाई की हत्या कर दी है और आत्मसमपर्ण के लिए कोतवाली आया है। सच्चाई जानने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। वहीं दूसरी तरफ कोतवाली प्रभारी हिमेंद्र सिंह फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना के बाद से परिवार में कोहराम मचा है। वे खुद नहीं समझ पा रहे हैं कि कैलाश ने हत्या क्यों की।
मृतक मेवा के पुत्र संजय चैरसिया का आरोप है कि उसकी पुश्तैनी जमीन में कैलाश चार चार फुट जमीन मांग रहे थे। यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है। चार अप्रैल को उसमें तारीख पड़ी थी। परिवार के लोग कैलाश को भूमि देने के लिए तैयार हो गए थे। संजय ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास के निमार्ण के लिए पहली किश्त आयी थी। उसके पिता बुधवार को पुश्तैनी जमीन पर नींव खोदवा रहे थे जिसका कैलाश ने विरोध किया था। इसके बाद उसके पिता की हत्या हो गयी।
कोतवाल का कहना है कि कैलाश आदर्श नगर में किराने की दुकान चलाता है। वारदात की ठोस वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। मामले की जांच की जा रही है। प्रथम दृष्टया मामला भूमि विवाद से जुड़ा लगता है। मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। जांच के बाद ही सही तथ्य सामने आयेंगे।
BY Ran vijay singh