पिछले दिनों मुबारकपुर रहने वाले एक व्यक्ति ने जनसुनवाई के दौरान शपथ पत्र के साथ शिकायती प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया था। प्रकरण की संवेदनशीलता को देखते हुए मंडलायुक्त ने पूरे मामले की जांच की जिम्मेदारी अपर आयुक्त प्रशासन धर्मेंद्र सिंह को सौंपी। अपर आयुक्त ने जांच के बाद अपनी जांच रिपोर्ट में इस आशय का स्पष्ट उल्लेख किया है कि शिकायतकर्ता द्वारा अपने कथन के समर्थन में जो भी साक्ष्य उपलब्ध कराया था , उससे स्पष्ट होता है कि विद्युत कर्मियों द्वारा अवैध धनराशि की मांग की गई है।
शिकायतकर्ता के पुत्र से अवैध धनराशि की मांग करने एवं एक अन्य उपभोक्ता से 30 हजार रुपये लेकर उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं किए जाने की स्वीकारोक्ति से स्पष्ट होता है कि संबंधित उपखंड के अधिकारी एवं उनकी टीम अवैध धन वसूली जैसे अवैधानिक कार्यों में लिप्त हैं। उन्होंने शिकायतकर्ता के पुत्र से विद्युत कर्मी द्वारा अवैध धनराशि की मांग करने का आरोप प्रथम दृष्टया सिद्ध होता है।
मंडलायुक्त कनक त्रिपाठी ने इस स्थिति पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार के कृत्यों से जहां शासन एवं प्रशासन की छवि धूमिल होती हैं। वहीं आमजन को भी अनावश्यक परेशानियां एवं भाग दौड़ करना पड़ता है।
मंडलायुक्त ने मुबारकपुर विद्यत उपकेन्द्र के वरिष्ठ और कनिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को संस्तुति भेजी है। जबकि संविदा पर तैनात विद्युत कर्मियों की सेवा समाप्त करने का नोटिस जारी किया है।