बता दें कि आजमगढ़-मऊ स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र के लिए हुए मतदान में 98.42 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया है। बाजी किसके हाथ लगेगी इसका फैसला मंगलवार को मतगणना के बाद होगा लेकिन यहां राजनीति के दो मझेे हुए खिलाड़ियों की प्रतिष्ठा दाव पर लगी है। बीजेपी ने सपा विधायक बाहुबली रमाकांत यादव के पुत्र अरुणकांत यादव को मैदान में उतारा है तो सपा से एमएलसी राकेश यादव मैदान में है। वहीं बीजेपी से बगावत कर एमएलसी यशवंत सिंह के पुत्र विक्रांत सिंह चुनाव में ताल ठोक रहे हैं। इसके अलावा दो अन्य निर्दल प्रत्याशी अंब्रेश व सिकंदर प्रसाद कुशवाह भी भाग्य आजमा रहे हैं। यहां सीधी लड़ाई अरुणकांत यादव, राकेश यादव और विक्रांत सिंह के बीच मानी जा रही है।
राकेश यादव पिछले चुनाव में इस सीट से एमएलसी चुने गए थे। उन्होंने बीजेपी के राजेश महुआरी को बड़े अंतर से हराया था। यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में सपा एमएलसी क्षेत्र में आने वाली 14 विधानसभा सीटों में से 13 पर जीत हासिल की है। इससे सपा का हौसला बुलंद है लेकिन पुत्र प्रेम में विधायक रमाकांत यादव कहीं न कहीं बीजेपी प्रत्याशी के साथ दिखे हैं जिससे सपा को नुकसान होता दिख रहा है। इस चुनाव में बाजी किसके हाथ लगेगी यह कह पाना मुश्किल है। प्रत्याशियों में बेचैनी साफ दिख रही है। इनके लिए एक एक पल भारी पड़ रहा है।
सभी को इंतजार है मंगलवार की सुबह का जब मतगणना शुरू होगी। दोनों जिलों की सभी मतपेटिकाएं आजमगढ़ के एफसीआई गोदाम बेलइसा के स्ट्रांग रूम में कड़ी सुृरक्षा व्यवस्था की बीच रखीं गई है। मतों की गिनती 12 अप्रैल सुबह आठ बजे से कार्य समाप्ति तक होगी। इसके लिए कुल 14 टेबल बनाए गए है।