बता दें कि स्वच्छ पेयजल आज के समय में बड़ी समस्या है। जिले के कई गांवों में पानी में फ्लोराइड की अधिकता पायी गयी है। जिसका स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। वहीं कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां गर्मी के महीने में पानी का संकट खड़ा हो जाता है। इस समस्या के समाधान के लिए सरकार ने जल जीवन मिशन की शुरूआत की है।
वित्तीय वर्ष 2020-21 में ग्रामीण पेयजल योजना के तहत केंद्र सरकार ने जिले के सभी गांवों के हर घर तक पाइल लाइन परियोजना की स्थापना की प्रक्रिया शुरू कर दी है। राज्य स्तर से नामित संस्था ने राजस्व गांवों का सर्वे कर शासन को रिपोर्ट प्रेषित कर दी है। प्रदेश सरकार ने पोर्टल पर अपलोड की गई सर्वे रिपोर्ट के भौतिक सत्यापन के लिए जिला स्तर पर लघु सिचाई विभाग को नोडल नामित किया है। निर्देश है कि भौतिक सत्यापन कर जल्द से जल्द रिपोर्ट प्रेषित की जाए।
यही नहीं सरकार ने जिले के सभी राजस्व गांवों के सभी घरों तक पानी पहुंचाने के लिए टैंक, ट्यूबवेल और पाइप लाइन के साथ ही टोटी लगाने के लिए एलसी इंफ्रा को कार्यदायी संस्था नामित किया है। सहायक अभियंता लघु सिंचाई विभाग सुधीर कुमार सिंह का कहना है कि सर्वे रिपोर्ट भेजी जा चुकी है। शासन ने मानीटरिंग के लिए नोडल नामित कर दिया है। विभाग के तकनीकी इंजीनियर व बोरिग टेक्निशियन भौतिक सत्यापन कर रहे हैं। जल्द से जल्द शासन को रिपोर्ट भेज दी जाएगी। शासन से धन आवंटित होते ही काम शुरू हो जाएगा। 2024 तक हर घर तक नल पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। इस कार्य को समय से पूरा किया जाएगा।
BY Ran vijay singh