बता दें कि, लोकसभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी ने धुंआ और चुल्हे से मुक्ति दिलाने के साथ ही ईधन गैस घर-घर तक पहुंचाने का वादा किया था। गरीबों को गैस कनेक्शन देने के लिए सरकार द्वारा उज्ज्वला योजना शुरू की गयी। अब पाइप लाइन के जरिये घर तक गैस पहुंचाने का कार्य शुरू हो गया है। वैसे इसका सर्वाधिक लाभ पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र के लोगों को मिलेगा लेकिन आस पास के जिले के लोग भी इससे लाभान्वित होंगे।
इस परियोजना से मुलायम सिंह यादव के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ को भी शामिल किया गया है। बनारस से गोरखपुर तक 165 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाए जाने का कार्य तेजी से चल रहा है। यह पाइप लाइन वाराणसी के पिडरा, जौनपुर के केराकात के अलावा आजमगढ़ के लालगंज, निजामाबाद, बुढ़नपुर ब्लाक होते हुए अम्बेडकर नगर वाया गोरखपुर तक जा रही है।
आजमगढ़ में गैस पाइप लाइन का कार्य लगभग अंतिम दौर में है। कंपनी ने इस जिले में कई स्थानों पर वॉल प्वाइंट भी बना रही है। गेल इंडिया कंपनी से जुड़े लोगों का कहना है कि भविष्य में यदि कोई कंपनी ने आजमगढ़ में घर-घर पाइप लाइन के जरिए गैस पहुंचाने की दिशा में आगे आई और सरकार की सहमति बनी तो घर-घर गैस पहुंच सकती है। गेल कंपनी को घर-घर गैस पहुंचाने का कार्य वाराणसी समेत छह चुनिदा शहरों में करने की जिम्मेदारी मिली है। एक दर्जन से अधिक ब्लाक व 200 से अधिक वाराणसी से गोरखपुर के बीच इससे लाभान्वित होंगे।
इसमें जौनपुर के केराकत आजमगढ़ का लालगंज, निजामाबाद व बूढनपुर, अम्बेडकर नगर जिले के आलापुर, गोरखपुर जिले के खजनी, संत कबीरनगर जिले के घनघरा व गोरखपुर के सहजनवा आदि ब्लॉक आदि शामिल हैं। किसानों की जमीन में पाइप लाइन बिछाने के लिए ली जा रही है। बीस मीटर चौड़ी पट्टी बिछाने के दौरान खेत में अगर फसल होती है तो पूरा मुआवजा दिया जाता है। अगर काम एक साल चलता है तो तीनों फसल का मुआवजा दिया जाता है। खेत जिस हालत में लिया जाता है उसी तरह उसे सौंपा भी जाता है। सर्किल रेट की दर से मुआवजा का भी प्राविधान है।
किसानों को अपनी जमीन क्रय विक्रय की पूरी छूट होती है। कंपनी को इससे कोई मतलब नहीं। गैस पाइप लाइन बिछाने का कार्य तेजी से हो रहा है। अब तक 60 फीसद कार्य पूर्ण हो चुका है। इस साल के अंत तक यह परियोजना पूर्ण हो जाएगी। पाइप लाइन जिस शहर से होकर गुजर रही है, वहां के लोगों को भी ऊर्जा गंगा परियोजना का लाभ मिलेगा।
घर-घर पाइप लाइन बिछाने का कार्य गेल को बनारस समेत चुनिदा छह शहरों में मिला था। अन्य कोई कार्यदायी एजेंसी आगे आएगी तो वह अन्य शहरों में भी घर-घर पाइप लाइन बिछाने के कार्य को मूर्तरूप दे सकती है। हालांकि इस बाबत सरकार से परमिशन लेना होगा। ऊर्जा गंगा परियोजना का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों तक सुलभ ढंग से गैस पहुंचना है। माना जा रहा है कि इस परियोजना के पूरी होने पर लाखों लोग लाभान्वित होंगे। इसका सीधा लाभ बीजेपी को चुनाव में मिल सकता है। भाजपा के लोग भी इसे भुनाने में जुटे हुए है।
by रणविजय सिंह