बता दें कि बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के खिलाफ प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है। अभी हाल में मुख्तार और उनके आठ गुर्गों के खिलाफ गैंगेस्टर लगाया गया था। आजमगढ़ पुलिस मुख्तार को पंजाब से यूपी लाकर आजमगढ़ कोर्ट में पेश करने की लगातार कोशिश कर रही है। पिछले दिनों उनके कई करीबियों की संपत्ति भी जब्त की गयी थी जिसपर अवैध रूप से कब्जा था। अब प्रशासन ने शराब माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है जो महिलाओं के नाम पर ठेका लेकर शराब का कारोबार कर रहे हैं। वैसे यह कार्रवाई शिकायत के आधार पर की गयी है।
मऊ जिले के सहादतपुरा मोहल्ला निवासी अनूप कुमार सिंह ने सीएम के जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई थी। उसी पर कार्रवाई करते हुए दो महिला अनुज्ञापियों के शराब की दुकानों का मऊ के डीएम अमित सिंह बंसल ने रेखा सिंह पत्नी नरेंद्र सिंह व शीला पत्नी उमेश की दुकान का लाइसेंस निरस्त किया है।
शिकायत की जांच में पाया गया कि रेखा सिंह ने 28 सितंबर 2020 को शपथपत्र के साथ चरित्र प्रमाण पत्र के लिए मऊ नगर कोतवाली में आनलाइन आवेदन में अपना स्थाई पता ग्राम मल्लपुर लोहराई थाना हलधरपुर मऊ व एल्डीगो एलीगेन्स विभूति खंड लखनऊ दर्शाया था। जांच में कोतवाल मऊ ने 15 अक्टूबर को आवेदक रेखा सिंह को चरित्र प्रमाण पत्र नहीं देने की संस्तुति की थी। उन्होंने कहा था कि रेखा का गाजीपुर के कासिमाबाद क्षेत्र के मड़ही गांव के अलावा चार स्थानों पर आवास है। उनके पति नरेंद्र सिंह के खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। उनका देवर अरविद सिंह हिस्ट्रीशीटर व गैंगस्टर है।
रेखा सिंह ने जिला आबकारी अधिकारी लखनऊ, बलिया व मऊ कार्यालय में दिए गए आवेदन के साथ शपथ पत्र में अपने इस तथ्य को छिपाया है। रेखा सिंह के नाम से लखनऊ जिले के पालीटेक्निक चैराहा पर बियर तो बलिया के भीमपुरा बाजार व मऊ जिले के कस्बा घोसी में देसी शराब का ठेका है। शीला के पति के खिलाफ भी अपराधिक मुकदमा दर्ज है। शीला के नाम पर मऊ के हरिकेश बंधा पर देशी शराब का ठेका है। रिपोर्ट के आधार पर जिलाधिकारी ने दोनोें के नाम की दुकानों का लाइसेंस निरस्त कर दिया है। इस कार्रवाई से शराब के कारोबार से जुड़े मुख्तार के करीबियों में हड़कंप मचा हुआ है।
BY Ran vijay singh