बता दें कि वर्ष 2014 में फरवरी माह में तरवां थाना क्षेत्र के ऐरा कला पोखरा के पास निर्माण कार्य चल रहा था। उस समय मुख्तार गैंग ने दहशत फैलाने व ठेकेदारी में अपना वर्चश्व कायम करने के लिए यहां अत्याधुनिक हथियारों से अंधाधुंध फायरिंग की थी। गोलीबारी में बिहार प्रांत के गया का रहने वाला मजदूर राम इकबाल पुत्र मोहन घायल हो गया था। बाद में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गयी थी। उस समय इस मामले में आधा दर्जन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी थी।
पुलिस ने जब मामले की विवेचना की तो पता चला पूरा खेल मुख्तार अंसारी गैंग का था और वादी मुकदमा भी इस हत्याकांड में शामिल था। इस मामले में पुलिस ने मुख्तार अंसारी व उनके आठ गुर्गो के खिलाफ एफआईआर तरमीम कर कार्रवाई की थी। उसी मामले में आठ अक्टूबर को पलिस ने विधायक मुख्तार अंसारी व उनके आठ गुर्गो के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट की कार्रवाई की थी।
इसकी विवेचना मेंहनगर थानाध्यक्ष प्रशांत श्रीवास्तव को सौंपी गयी है। पिछले दिनों गैंगस्टर कोर्ट से मुख्तार के खिलाफ वारंट जारी कर 22 अक्टूबर को कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया था लेकिन पेशी की तिथि के पहले ही मुख्तार ने बीमार होने की बात कहते हुए अपना मेडिकल लगा दिया था, जिसके चलते मुख्तार की 22 अक्टूबर को जिले के गैंगेस्टर कोर्ट में पेशी नहीं हो सकी थी। इसके बाद 11 नवंबर को फिर उसे आजमगढ़ गैंगेस्टर कोर्ट में पेश करने के लिए पुलिस दोबारा पंजाब गयी लेकिन उस बार भी पीजीआई चंडीगढ़ का चार सप्ताह का मेडिकल लगाकर मुख्तार पेशी से बच गया। अब इस मामले में 22 जनवरी की तिथि निर्धारित की गयी है। पुलिस एक बार फिर उसे कोर्ट में पेश करने के लिए प्रयासरत है। लेकिन एक बार फिर उसके कोर्ट आने की संभावना कम है।
कारण कि अभी बुधवार को कुंटू सिंह गिरोह द्वारा हिस्ट्रीशीटर अजीत सिंह की हत्या की गयी है। अजीत वर्तमान में मुख्तार का खास था। ऐसे में पूूर्वांचल में गैंगवार की संभावना व्यक्त की जा रही ही है। वहीं दूूसरी तरफ मुख्तार के पेशी की तारिख गाजीपुर जिला एवं सत्र न्यायालय में भी है। ऐसे में शासन के निर्देश पर गाजीपुर जिले से पुलिस की एक टीम मुख्तार को लेने के लिए पंजाब प्रांत के रोपड़ शहर के लिए रवाना हो चुकी है।
यही नहीं सरकार भी मुख्तार अंसारी को पंजाब से यूपी लाने की कोशिश कर रही है। इस संबंध में सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में वाद दाखिल किया था। सुप्रीम कोर्ट में 11 जनवरी को सुनवाई की तिथि नियत है। इस मामले में मुख्तार अंसारी एवं पंजाब सरकार को अपना पक्ष प्रस्तुत करने के लिए नोटिस जारी की गयी है। ऐसे में माना जा रहा है कि शायद ही इस बार पुलिस मुख्तार को आजमगढ़ पेशी के लिए ला पाए। तरवां थाने में दर्ज गैंगस्टर के मामले के विवेचना कर रहे थानाध्यक्ष मेंहनगर प्रशांत कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि गैंगेस्टर कोर्ट में मुख्तार की पेशी के लिए 22 जनवरी की तारीख लगी हुई है। अभी 15 जनवरी तक उसका मेडिकल ही लगा हुआ है। पेशी पर लाने का प्रयास चल रहा है।
BY Ran vijay singh