इसके अलावा भी जनपद में तमाम परिषदीय, वित्तविहीन, वित्तपोषित व अन्य विद्यालय हैं जिसमें शौचालय नहीं है। इसकी वजह से लोगों को दिक्कत हो रही है। इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि हर हाल में सभी विद्यालयों को शौचालय से युक्त किया जाएगा। अगर किसी विद्यालय में शौचालय नहीं है तो क्षेत्र के संभ्रांत लोगों का भी सहयोग लिया जाएगा। उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया कि हर हाल में बेसिक शिक्षा अधिकारी इस तरह के विद्यालयों को चिह्नित कर आवश्यक कदम उठाएं और बनवाने की व्यवस्था भी करें। इसमें हीलाहवाली किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
शिक्षा क्षेत्र सठियांव के तीन विद्यालयों में अभी तक शौचालय नहीं है। इसमें प्राथमिक विद्यालय कौड़िया, डा. आंबेडकर प्राथमिक विद्यालय पैकौली, हरिजन प्राथमिक पाठशाला लोहरा शामिल हैं। ये तो उदाहरण मात्र हैं। इसके अलावा हर ब्लॉक में तमाम विद्यालयों में शौचालय नहीं है। ऐसे में पूरे जनपद को किस तरह से ओडीएफ घोषित कर दिया गया, यह गले के नीचे नहीं उतर रहा है।
BY- Ranvijay Singh