बता दें कि 21 फरवरी 2022 को नगर पंचायत माहुल स्थित बाहुबली विधायक रमकांत यादव के रिश्तेदार रंगेश यादव के देसी शराब की दुकान से जहरीली शराब की बिक्री की गई थी। जिसके सेवन के बाद मौत का सिलसिला शुरू हो गया था। इस जहरीली शराब कांड में 12 से अधिक लोगों की मौत हो गई तो कईयों के आंख की रोशनी चली गयी थी। वहीं दर्जनों को कई अन्य तरह की परेशानियां झेलनी पड़ीं थी।
जहरीली शराब से मौत के बाद पुलिस ने इस कारोबार को चुनौती के रूप में लिया और ताबड़तोड़ कार्रवाईयां शुरू की गयी। घटना के अगले ही दिन माहुल से कुछ ही दूरी पर तीन आलीशान मकानों में दवा लाइसेंस के नाम पर संचालित हो रहे अवैध शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़ पुलिस द्वारा किया गया। जहां से भारी मात्रा में जहरीली शराब बरामद हुई थी। इस मामले में अहरौला थाने पर मुकदमा दर्ज किया गया साथ ही 12 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। जिसमें दो को तो पुलिस ने मुठभेड़ में पकड़ा।
पुलिस यही नहीं रूकी बल्कि गैंगस्टर के तहत आरोपियों की संपत्ति भी कुर्क करने की कार्रवाई की। अब तीन अभियुक्तों पर एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के तहत कार्रवाई की गई है। पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि अभियुक्तों के जमानत पर छूटने की संभावना के चलते एसओ अहरौला की रिपोर्ट के आधार पर जिलाधिकारी ने तीन मुख्य अभियुक्तों मो. नईम, मो. फहीम व शाहबाजा को रासुका के तहत पाबंद कर दिया गया है। आदेश की प्रति अभियुक्तों को जिला कारागार में जाकर उपलब्ध करा दिया गया है।