आजमगढ़. प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में लगातार घटती छात्र संख्या बढ़ाने के लिए नये सत्र में कई प्रयोग किये जायेंगे। इन प्रयोगों के क्रियान्वयन के लिए अफसरों कि साथ शिक्षक भी पसीना बहाते नजर आयेंगे।
बता दें कि विगत कई सालों से छात्र संख्या बढ़ाने के लिए स्कूल चलो अभियान चलाया जाता रहा है। पहले यह केवल एक माह ही चलाया जाता था। जितने बच्चों से संपर्क हो गया, उतने से इतिश्री हो गई लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। यह अभियान सत्र में चार चरणों में स्कूल चलो अभियान के अंतर्गत अफसरों को घर-घर जाकर 6-14 साल के बच्चों से संपर्क करना होगा।
अभियान के तहत यह देखना होगा कि उनका दाखिला हुआ है या नहीं। इसको लेकर पूरी जानकारी करते हुए उनके माता-पिता से बात करनी होगी। फिर एक रिपोर्ट तैयार होगी जो शासन को भेजी जाएगी। इतना ही नहीं प्रयोगों की इस कड़ी में बच्चों को चार चरणों में परीक्षाएं देनी होंगी वहीं चार चरणों में जो परीक्षाएं होंगी उससे बच्चों का मूल्यांकन किया जाएगा। हालांकि शिक्षक संगठन के पदाधिकारियों की मानें तो उनका कहना है पूरा सिस्टम लचर है। नये प्रयोग कोई खास प्रभाव नहीं दिखा सकते हैं और अगर बदलाव करना है तो पहले पूरे सिस्टम की ढंग से मॉनीटरिंग करनी होगी।
चार चरणों में चलेगा अभियान:
पहला चरण 30 मार्च से 30 अप्रैल तक
दूसरा चरण एक जुलाई से 31 जुलाई तक
तीसरा चरण एक नवंबर से 30 नवंबर तक
चौथा चरण एक जनवरी से 31 जनवरी तक