scriptसपा- बसपा गठबंधन के बाद ओमप्रकाश राजभर का बदला सुर, दिया यह बड़ा बयान | Omprakash Rajbhar Big statement on Sp Bsp alliance | Patrika News

सपा- बसपा गठबंधन के बाद ओमप्रकाश राजभर का बदला सुर, दिया यह बड़ा बयान

locationआजमगढ़Published: Jan 12, 2019 05:51:54 pm

Submitted by:

Akhilesh Tripathi

केन्द्र सरकार के सवर्ण आरक्षण के फैसले को लेकर कहा….

Omprakash Rajbhar

ओमप्रकाश राजभर

आजमगढ़. प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी के गठबंधन से जहां एनडीए को नहीं घबराने की सलाह दी वही कहा कि अगर सरकार अति पिछड़ा सामाजिक न्याय कमेटी की रिपोर्ट को लागू करें तो उनकी सरकार से कोई विरोध नहीं है। वही उन्होंने केन्द्र सरकार के सवर्ण आरक्षण के फैसले को सही करार दिया लेकिन समय को लेकर सरकार पर निशाना भी साधा।

आजमगढ़ जिले के अहिरौला बाजार में महाराजा सुहेलदेव की प्रतिमा का अनावरण करने जा रहे प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने नगर में मीडिया से बातचीत करते हुए समाजवादी और बहुजन समाजवादी पार्टी के हुए गठबंधन पर कहा कि इस तरह का गठबंधन कोई नयी चीज नहीं है। विभिन्न प्रान्तों में इस तरह के गठबंधन होते रहते है। उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा की अपनी-अपनी ताकत भी है। ये दोनों दल मिले जरूर है लेकिन दोनों दल एक दूसरे के घोर विरोधी भी है। इस गठबंधन से राष्टीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को घबराने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को मैं बार-बार समझाने की कवायद में हूं कि उत्तर प्रदेश की 80 पार्लियामेंट सीटो में से हर सीट पर 5 लाख 6 लाख तक अकेले अति पिछड़ा वोट है। पिछड़ों का 27 परसेंट आरक्षण में हम बंटवारा चाहता है । सरकार अगर अति पिछड़ा सामाजिक न्याय कमेटी की आयी रिपोर्ट को लागू कर दे, तो सरकार से उनका कोई लड़ाई या विरोध ही नहीं रहेगा। इसके साथ ही राजभर ने कहा कि उन्होने सरकार को 100 दिनों का समय दिया था। जिसमें से 12 दिन बीत भी गये है अगर 27 प्रतिशत आरक्षण में सरकार ने बंटवारा नहीं किया तो वे पूरे प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। इसी के तहत वे पूरब से लेकर पश्चिम और उत्तर से लेकर दक्षिण तक का दौरा भी कर रहे है।
केन्द्र सरकार के सवर्ण आरक्षण को उन्होंने सही ठहराते हुए मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि केन्द्र सरकार का फैसला सही है, लेकिन समय ठीक नहीं है। उन्होने कहा कि सरकार को सवर्ण आरक्षण पर फैसला एक साल पहले ले लेना चाहिए था। इस समय चुनावी मौसम की शुरूआत हो गयी है तो लोग इस फैसले को चुनाव से जोड़कर देख रहे है।
BY- RANVIJAY SINGH

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो