बता दें कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में हमेशा से माफिया व बदमाशों का हस्तक्षेप रहा है। अखंड प्रताप सिंह, ध्रुव कुमार सिंह कुंटू सहित कई अपराधी चुनाव को प्रभावित करते रहे है। जिले में दर्जन भर ऐसी सीटें है जिनपर ये अपराधी अपने ब्लाक प्रमुख व जिला पंचायत सदस्य बनाते रहे है। अजीत सिंह हत्या कांड में नाम आने के बाद अंखड प्रताप सिंह, कुंटू सिंह को दूसरी जेल में शिफ्ट किया जा चुका है। उधम सिंह भी यहां से दूसरी जेल में भेजा जा चुका है लेकिन कुछ अपराधी अब भी ऐसे हैं जो चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं।
पंचायत चुनाव को सकुशल संपन्न कराने में जुटी पुलिस पिछले चुनाव में हुई घटनाएं और उससे जुड़े अपराधियों की भी पहचान करते हुए उनकी गतिविधियों पर नजर रखते हुए कार्रवाई कर रही है। क्षेत्रवासियों और खुफिया विभाग से मिले इनपुट के आधार पर पता चला कि जेल में निरुद्ध सात बंदी चुनाव में गड़बड़ी फैला सकते हैं, क्योंकि इनकी गतिविधियां संदिग्ध रहती है। इनके नाम का लोगों में भय और दहशत है।
ऐसे में इन सातों बंदियों को दूसरी जेलों में शिफ्ट कराने के लिए डीएम और एसपी की तरफ से शासन को रिपोर्ट भेजी गई है। शासन से संस्तुति मिलने के बाद दूसरी जेलों में शिफ्ट किया जाएगा। इस मामले में पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह का कहना है। चुनाव में गड़बड़ी फैलाने की आशंका के तहत सात बंदियों को दूसरी जेलों में शिफ्ट कराने की रिपोर्ट भेजी गई है। इनके स्थानांतरण की अनुमति मिलने के बाद दूसरे जेल में शिफ्ट किया जाएगा ताकि चुनाव शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न हो सके।
BY Ran vijay singh