बीते 30 अगस्त को जारी हुई सूची में नाम आने के बाद पीयूष के चाचा धीरज सिंह ने बताया कि पीयूष दो भाईयों में बड़े है और उके पिता महाराष्ट्र में बिल्डिंग कांस्ट्रक्शन के व्यवसाय से जुड़ हुए है। इनकी माताजी भी महाराष्ट्र के एक स्कूल में लिपिक के पद पर कार्यरत हैं। पीयूष की प्राथमिक से लेकर इंटरमीडिएट तक की शिक्षा अम्बरनाथ शहर में हुई। इसके बाद महाराष्ट्र के बीजीटीई कालेज से बीटेक करने के बाद सिविल सर्विसेज की तैयारी के लिए दिल्ली चले गये। वहां उन्हें तीसरे प्रयास में यह सफलता मिली। धीरज सिंह ने आगे बताया कि पूरा परिवार गांव से जुड़ा हुआ है और काफी मिलनसार है। पूरा परिवार हर तीज-त्यौहार पारिवारिक कार्यक्रमों एवं गांव की खुशियों में शामिल रहता है। जिसके कारण पीयूष को मिली सफलता का जश्न से पूरे गांव में हर्ष व्याप्त है, बधाई देने वालों का क्रम लगातार जारी है।
परिजनों ने एसपी से लगाई सुरक्षा की गुहार आजमगढ़. जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के पारनकुंडा गांव निवासिनी एक दुष्कर्म पीड़िता की मां ने बुधवार को पुलिस अधीक्षक से मिलकर जानमाल सुरक्षा की गुहार लगाई है। साथ ही धमकी देने वालों पर कार्यवाही की मांग किया है।
पुलिस अधीक्षक को दिये गये शिकायती पत्र में पीड़िता की मां सुनीता पत्नी त्रिभुवन ने बताया कि गांव के ही रहने वाले एक दबंग किस्म का युवक ने उसकी पुत्री के साथ बीते नवम्बर 2017 में दुष्कर्म किया था। घटना के बाद से ही वह जेल में बंद है। आरोप है कि जेल में निरूद्ध दुष्कर्म के आरोपी का भाई सुलह समझौता को लेकर पीड़िता व उसके परिजनों पर दबाव बना रहा है। सुलह-समझौता न करने पर जानमाल की धमकी दे रहा है।
By Ran Vijay Singh Peeyush Tiwari