विभागवार देखें तो एक बार फिर सर्वाधिक 98 मामले राजस्व से जुड़े थे। वहीं पुलिस के 40, विकास के 23 तथा अन्य के 24 मामले शामिल हैं। इस दौरान डीएम ने तहसीलदार को निर्देशित किया कि जो मकान गिरे हैं, उसकी जांच कर नियमानुसार संबंधित व्यक्ति को राहत सामग्री वितरित करें। यदि कोई व्यक्ति बेघर हो गया हो तो उसकी सूची बनाकर खण्ड विकास अधिकारी को उपलब्ध करायें, जिससे प्रधानमंत्री आवास संबंधित व्यक्ति को दिया जा सके।
जिलाधिकारी ने तहसील दिवस में आने वाले सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि अपने विभाग से संबंधित योजनाओं की क्या प्रगति है, जानने के लिए क्षेत्र में भ्रमण करें। संचालित योजनाओं को देखें, क्या-क्या समस्या आ रही है, उसका निस्तारण करायें। जिला स्तरीय अधिकारी तहसील दिवस में आयें तो कार्ययोजना बनाकर आयें और क्षेत्रों में जाकर योजनाओं को संचालित करने में आने वाली समस्याओं का निस्तारण करें।
इस अवसर पर 11 व्यक्तियों द्वारा खतौनी दुरूस्त कराने के आवेदन पत्र प्राप्त हुए। इस पर जिलाधिकारी ने खतौनी दुरूस्त कराने के निर्देश दिये तथा उनका तत्काल खतौनी दुरूस्त किया गया। बरसात के कारण मकान गिरने पर 09 व्यक्तियों द्वारा प्रार्थना पत्र दिया गया, इस पर जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी बूढ़नपुर को तात्कालित सहायता देने के निर्देश दिये।
समाधान दिवस में सीएमओ डॉ. एके मिश्र, जिला विकास अधिकारी रवि शंकर राय, पीडी अभिमन्यु सिंह, डीसी एनआरएलएम बीके मोहन, उप जिलाधिकारी बूढ़नपुर दिनेश कुमार मिश्र, तहसीलदार बूढ़नपुर हेमन्त कुमार गुप्ता, जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. वीके शर्मा, बीएसए देवेन्द्र कुमार पाण्डेय, जिला कृषि अधिकारी डॉ. उमेश कुमार गुप्ता, जिला पूर्ति अधिकारी देवमणी मिश्र आदि उपस्थित रहे।
BY- Ranvijay Singh