प्रशासन की माने तो पूरी स्क्रिप्ट पहले से लिखी गयी थी और तय समय पर महिलाओं बच्चों को आगे कर हमे चाहिए आजादी, हम छीन कर रहेंगे आजादी जैसे नारे और हिंदुओं को गालियां देकर दंगा भड़काने की साजिश की गयी। उपद्रवी दहशत फैलाने के अपने मंसूबे में कामियाब भी रहे लेकिन पुलिस ने समय रहते स्थिति को नियंत्रण में कर लिया। उपद्रवियों के हमले में जहां आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए वहीं पुलिस वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया। इस ममाले में पुलिस ने 35 नामजद और सैकड़ों अज्ञात के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उलेमा कौंसिल के राष्ट्रीय महासचिव ताहिर मदनी सहित 19 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। उलेमा कौंसिल के फरार नेता युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष नूरूल होदा व युवा नेता ओसामा तथा मिर्जा शाने आलम के खिलाफ 25-25 हजार का ईनाम घोषित किया गया है। आरोपियों की तलाश में पुलिस लगातार दविश दे रही है।
बता दें कि मौलाना जौहर पार्क बिलरियागंज में मंगलवार को सैकड़ों महिलाएं बच्चों के साथ सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ प्रदर्शन के लिए पहुंच गयी थी। महिलाओं की आड़ में कुछ लोग हमे चाहिए आजादी, हम लेकर रहेंगे आजादी, प्रधानमंत्री तथा हिंदुओं के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए नारेबाजी शुरू कर दिये। थानाध्यक्ष बिलरियागंज मनोज सिंह के मुताबिक उपद्रवी लाठी डंडे, ईट पत्थर के अलावा घातक हथियारों से लैस थे। भीड़ का नेतृत्व उलेमा कौंसिल के राष्ट्रीय महासचिव ताहिर मदनी पुत्र मो. सगीर हसन आदि कर रहे थे।
पुलिस के मुताबिक पूरे आजमगढ़ में हिंदू मुस्लिम दंगा भड़काने की साजिश थी। इस षड़यंत्र में 35 नामजद व सैकड़ों अज्ञात लोग शामिल थे। वे महिलाओं और बच्चों को आगे कर देश विरोधी, उत्तेजित करने वाले खतरनाक नारे लगा रहे थे। यहां तक कि प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और हिंदू धर्म के लोगों को भद्दी गालिया दे रहे थे। उक्त लोगों ने सड़क जाम करने का प्रयास किया जब पुलिस ने धारा-144 का हवाला देकर उन्हें रोकने की कोशिश की तो वे और उग्र हो गए। कस्बे में अफरातफरी मच गयी और लोग दुकाने बंद कर भागने लगे। समय के साथ इनकी भीड़ बढ़ती गयी।
इसी बीच बुधवार को भोर में करीब चार बजे उपद्रवियों ने पुलिस पर हमला कर दिया। उपद्रवियों द्वारा ईट,पत्थर, लाठी डण्डे, राड, अस्त्र शस्त्र से किए गए हमले में बिलरियागंज थाने पर तैनात कास्टेबल अजय सिंह, अरूण सिंह, तेजबहादुर सिंह, महिला कांस्टेबल शिखा पाण्डेय तथा जीयनपुर में तैनात कांस्टेबल अमन पासवान, श्रवण गुप्ता गंभीररूप से घायल हो गए। उपद्रवियों ने थाने की सरकारी जीप भी क्षतिग्रस्त कर दी। जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस का इस्तेमाल कर किसी तरह भीड़ को तितर बितर कर पार्क कब्जे में ले लिया।
उपद्रवियों का नेतृत्व करने वाले साजिशकर्ता उलेमा कौंसिल के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना ताहिर मदनी पुत्र मो. सगीर हसन सहित समीम अहमद पुत्र शमसाद अहमद, शादाब पुत्र गुफरान, आरकम पुत्र मुलतज, अबुशाद पुत्र मकसुद अहमद, जियाउ रहमान पुत्र हिफसू रहमान, खान रय्यान पुत्र खान सहदाब, अजमैन उर्फ महबूब पुत्र हकीमुद्दीन, बेलाल अहमद पुत्र अजीमुल्ला, युसूफ पुत्र राशिद, आमीर पुत्र नशीम अहमद, सलमान पुत्र जुल्फेकार अहमद, आरिफ पुत्र बख्तेनसर, अबु तलहा पुत्र मो. तौकीर निवासीगण कस्बा बिलरियागंज, अब्दुल्ला पुत्र शाह आलम साकिन शहाबुद्दीनपुर थाना बिलरियागंज, तहजीब अहमद उर्फ वकील पुत्र तौहाब अहमद, रहीम पुत्र अमानुलहक निवासीगण बिन्दवल थाना बिलरियागंज, हकीब पुत्र अबुल जैश निवासी हिरनई थाना रौनापार व सहाब पुत्र शादाब आलम साकिन बिन्दवल थाना बिलरियागंज को मौके से गिरफ्तार कर लिया।
उलेमा कौंसिल के युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष नूरूल होदा, ओसामा सहित बाकी के 16 आरोपियों के तलाश में पुलिस जुटी हुई है। पुलिस अधीक्षक प्रो. त्रिवेणी सिंह ने बताया कि घटना की साजिश करने वाले नूरूल होदा, ओसामा व मिर्जा शाने आलम के खिलाफ 25-25 हजार रूपये का ईनाम घोषित किया गया है। पुलिस ने मौके से चार बाइक भी बरामद किया है। वहीं मौलाना जौहर अली पार्क से भारी मात्रा में ईट पत्थर भी बरामद किए गए है।
पुलिस के मुताबिक उपद्रवी पहले से सारी तैयारी कर लिए थे। वे महिलाओं और बच्चों को आगे कर पूरे जनपद में हिंदू मुस्लिम दंगा भड़काने का प्रयास कर रहे थे। गिरफ्तार आरोपियों को धारा 147, 148, 149, 124ए, 153, 504, 505, 506, 188, 332, 333, 336, 186, 353, 307,120 बी भादवि व 2/3 लोक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम व 7 सीएलए एक्ट के तहत जेल भेजा जा रहा है। उपद्रव के बाद पुलिस सतर्क हो गयी है। उपद्रवियों पर नजर रखने के साथ ही सोशल मीडिया पर भी मानीटरिंग की जा रही है।