बता दें कि मेंहनगर थाना क्षेत्र के खुंदनपुर गांव में बसपा नेता कमालुद्दीन 63 पुत्र जलालुद्दीन की गिनती बड़े कारोबारियों में होती थी। शहर में रोडवेज क्षेत्र में ट्रैक्टर व आटो एजेंसी है। इसके साथ ही ये प्रापर्टी का भी काम करते थे। आजमगढ़, लखनऊ से लेकर दुबई तक में इनका कारोबार फैला हुआ। कलामुद्दीन की गांव के कुछ लोगों से वर्ष 1984 से अदावत चली आ रही है। इस अदावत में कई हत्याएं हो चुकी हैं। पांच साल पूर्व नमाज पढ़ने मस्जिद जाते समय कलामुद्दी पर हमला हुआ था लेकिन वह बाल बाल बच गये थे। इस हमले में उनका पुत्र घायल हो गया था।
बसपा में इनकी गहरी पैठ थी। बसपा के टिकट पर वे दो बार निजामाबाद विधानसभा से चुनाव लड़े थे लेकिन हार का सामना करना पड़ा था। कलामुद्ीन पर हत्या, गैंगेस्टर सहित कई मामले दर्ज थे। लगभग तीन साल पूर्व गांव के प्रधान बबलू को दौड़ा कर गोली मारी गई थी। इस मामले में भी कलामुद्दीन नामजद थे। राजनैतिक पैठ के चलते इनकी गिरफ्तारी नहीं हुई थी। सोमवार की शाम बाजार से दवा लेकर घर जाते समय दो बाइक सवार बदमाशों ने कलामुद्दीन की गोली मारकर हत्या कर दी।
इस ममाले में कमालुद्दीन के पुत्र फुरकान अहमद ने गांव के रिजवान उर्फ बबलू, मुस्तफिजुल हसन उर्फ बाबू, अब्दुल्लाह, मशरूर अहमद, आसिफ व अलीशेर के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर फरार आरोपितों की तलाश शुरू कर दी। कमालुद्दीन की हुई हत्या के बाद गांव में व्याप्त तनाव को देखते हुए फोर्स तैनात कर दी गई है। पुलिस के अधिकारी भी खुंदनपुर गांव के हालात पर नजर रखे हुए हैं। कमालुद्दीन की हत्या से पूर्व से चल रही अदावत की रंजिश और बढ़ गई है। ग्रामीण इस रंजिश में खून खराबे होने का अंदेशा जता रहे हैं। पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह का कहना है कि मौके पर फोेर्स तैनात की गयी है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें लगायी गयी है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
BY Ran vijay singh