आजमगढ़. थाने पर तैनात होमगार्डो के साथ अमानवीय व्यवहार के मामले आये दिन प्रकाश में आते है लेकिन बरदह थाने पर तैनात एक दरोगा ने तो हद ही पार कर दी। दारोगा ने होमगार्ड को चाय लेने के लिए भेजा, चाय लाने में होमगार्ड को थोड़ी देर हुई तो उसने सरेआम होमगार्ड की पिटाई कर दी। इस दौरान केतली की गरम चाय गिरने से वह झुलस भी गया। पिटाई से नाराज होमगार्ड ने गुुरुवार को एसओ बरदह, एसपी और कंपनी कमांडेंट को शिकायती पत्र सौंपकर कार्रवाई की मांग की है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे नाराज होमगार्ड संगठन ने 18 जुलाई तक दारोगा के खिलाफ कार्रवाई न होने पर कार्यबहिष्कार का निर्णय लिया है।
बताते है कि बरदह थाना क्षेत्र के जिवली गांव निवासी रामबचन प्रजापति होमगार्ड है। वर्तमान समय में उसकी ड्यूटी बरदह थाने पर लगी है। बुधवार को अपराह्न 3 बजे से रामबचन थाने पर पहरा दे रहा था। रामबचन का आरोप है कि शाम के समय दरोगा विपिन सिंह से मिलने कुछ जान पहचान वाले आये थे। उनकी आवभगत में जुटे दारोगा ने रामबचन को चाय लाने को कहा। रामबचन थाने के गेट पर स्थित दूकानदार को चाय का आर्डर दिया और फिर अपनी ड्युटी में लग गया।
कुछ देर बाद दारोगा उसके पास पहुंचे और चाय न पहुंचने पर उसे फटकार लगायी। रामबचन फिर दुकान पर गया और स्वंय चाय लेकर आया। वह जैसे ही चाय की केतली दारोगा के पास लेकर पहुंचा दारोगा ने उसे कई थप्पड़ जड़ दिये। इस दौरान केतली की चाय भी रामबचन के उपर गिर गयी। दूसरे होमगार्ड राकेश यादव ने विरोध किया तो दारोगा ने उसे भी डांटकर चुप करा दिए। इसके बाद गुरूवार को सभी होमगार्डो ने थाने में बैठक कर प्रस्ताव तैयार किया और एसओ बरदह, सीओ, एसपी तथा अपने कंपनी कमांडेंट को प्रार्थना पत्र दिया। होमगार्डों ने चेतावनी दी है कि यदि 18 जुलाई तक मामले की जांच कर दरोगा विपिन सिंह के विरुद्ध कार्रवाई नहीं हुई तो वे सभी होमगार्ड ड्यूटी का बहिष्कार करेंगे।
इस संबंध में दारोगा विपिन सिंह का कहना है कि थप्पड़ मारने का आरोप गलत है। उन्होने होमगार्ड को डाटा जरूर था। प्रभारी थानाध्यक्ष मनोज सिंह का कहना है कि कहासुनी हुई थी लेकिन मामला इतना बड़ा नहीं है जिस तरह उसे पेश किया जा रहा है।