अध्यक्ष रणजीत सिंह कहा कि, हासिये पर जीवन यापन करने वालो वंचितो विपन्नो को शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए कार्यकर्ताओं को और मेहनत करने की जरूरत है। साथ ही पुस्तकदान अभियान के अर्न्तगत जो पुस्तके किन्ही कारण बस अब आपके इस्तेमाल में नहीं है उसे गरीब बच्चों तक पहुंचानी है।
कारण कि वह पुस्तके किसी गरीब मेधाशक्ति के लिए संजीवनी बन सकती है। इसलिए बेकार पड़ी पुस्कतों को नेकी के बाक्स में रख दे अथवा आपके बुलावे पर हमारे कार्यकर्ता उन्हे जरूरत मन्दो तक पहुचा देगें।
अभिषेक सिंह नीरज ने कहा कि बढ़ते तापमान में राहगीरों के लिए पेयजल सहायता हेतु संगठन मिट्टी के घड़े चौराहो पर स्थापित करेगा। जिनकी देख-रेख मुहल्ला स्तर पर प्रयास के कार्यकर्ता करेगें। अनाज बैंक के माध्यम से 38 परिवारों के मध्य 27 क्विंटल अनाज अब तक एक वर्ष में जरूरतमन्दों को निःशुल्क दिये गये है जबकि 11 कि्ंवटल अनाज अभी शेष है। दूर-दराज के आंचलिक क्षेत्रों में जरूरतमन्दो को अनाज पहुंचाने के लिए अनाज बैंक की नयी शाखाएं खोलकर आगामी माह में विस्तार भी किया जाएगा।
इस अवसर पर ई.सुनील यादव, सी.पी. मौर्य, अतुल श्रीवास्तव, मनीष गौतम, शम्भू दयाल सोनकर, राजीव शर्मा, घनश्याम मौर्या, सी.एल. यादव, डा. हरगोविन्द विश्वकर्मा, शिवप्रसाद पाठक, शमसाद अहमद, डा. वीरेन्द्र पाठक, माला, भोलू आदि उपस्थित थे।