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किसी भी दिन मुश्किल में पड़ सकती है छात्रों की जिंदगी, नौनिहालों के लिए आफत बन गया है ये तालाब

locationआजमगढ़Published: Nov 05, 2019 09:21:45 pm

Submitted by:

Ashish Shukla

नगर पंचायत व दबंगों के द्वारा किये जा रहे जल जमाव से गिर रहा परिषदीय स्कूल, मछली पालन के नाम पर बड़ा खेल खेल रहे भू-माफिया और मौन साधे है प्रशासन

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नगर पंचायत व दबंगों के द्वारा किये जा रहे जल जमाव से गिर रहा परिषदीय स्कूल, मछली पालन के नाम पर बड़ा खेल खेल रहे भू-माफिया और मौन साधे है प्रशासन

आजमगढ़. आखिर अधिकारियों की मंशा क्या है?। क्यों इन नौनिहालों की जिंदगी से साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। एक तरफ गहरी खाई है तो दूसरी तरफ मौत का कुंआ सैकड़ों नौनिहाल इसके बीच फंसे है लेकिन न तो अधिकारियों की इनकी फिक्र है और ना ही क्षेत्र के विधायक अथवा सत्ता में बैठे लोगों को। यहां कभी भी मौत का तांडव हो सकता है लेकिन गरीब अभिभावक मजबूर हैं। अखिर वे अपने बच्चे को एबीसीडी सीखने के लिए भेंजे तो भेजे कहां। जिम्मेदार है कि एक दूसरे को दोषी बताकर मामले से पल्ला झाड़ रहे हैं।
मामला मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी पूर्व मंत्री बलराम यादव, पूर्व सीएम अखिलेश के करीबी विधायक संग्राम यादव व डिप्टी सीएम केशव मौर्य के खास कन्हैया निषाद के विधानसाभा क्षेत्र के नगर पंचायत अतरौलिया का है। यहां स्थित प्राथमिक विद्यालय अतरौलिया द्वितीय पूरी तरह जर्जर हो गया है लेकिन कभी किसी सरकार ने इसकी सुध नहीं ली।
यह विद्यालय कस्बे के वार्ड नंबर छह में स्थित है। इसके ठीक पीछे एक पोखरा है। पोखरे में कुछ लोगों ने मछली पालन किया है। पूरे कस्बे का गंदा पानी तो इसमें आता ही है साथ ही चौबीस घंटे यहां समरसेबुल चलता रहता है। हालत यह है कि पानी स्कूल तक पहुंच रहा है। वहीं जमीन के अंदर की मिट्टी हट गई है। विद्यालय के कमरे के फर्श में भी ***** गई है।
अभिभावक से लेकर शिक्षक तक सहमें हुए हैं ।कारण कि इन्हें डर सता रहा है कि कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।वार्ड नंबर छह के सभासद अब्दुल कलाम का आरोप है कि इस विद्यालय के पास तालाब है जिसमें मछली का पालन किया गया है। पास में ही बंजर जमीन है जिस पर मछली पालने वाले दबंगों ने कब्जा कर लिया है। इनके द्वारा चैबीसो घंटे समरसेबुल चलाकर इतना पानी भरा जा रहा है िकवह तालाब की छमता से अधिक हो जा रहा है जिसके कारण स्कूल का भवन गिर रहा है। इस संबंध में छह माह पहले प्रधानाध्यापक से बात की थी लेकिन उन्होंने गंभीरता से नहीं लिया। आज नौनिहालों का जीवन खतरे में पड़ गया है।
वहीं प्रधानाध्यापक सुमित्रा का कहना है कि स्कूल के दो कमरे पूरी तरीके से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। दिवालें दरक चुकी है। नगर पंचायत अतरौलिया का पानी इसी पोखरे में आता है। इसकी सूचना बीआरसी अतरौलिया को दी गयी थी लेकिन उन्होंने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। कहा कि कमरों में ताला बंद कर दिया जाय। खंड शिक्षा अधिकारी शैलेंद्र त्रिपाठी ने बताया नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी व उप जिलाधिकारी बूढ़नपुर को सूचित कर दिया है फिलहाल अभी दो कमरों को बंद करा दिया गया है।
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