प्रियंका गांधी का काफिला अपराह्न करीब 1.10 बजे बिलरियागंज पहुंचा। यहां पहले से ही हजारों की संख्या में कांग्रेसी मौजूद थे। कार्यकर्ताओं की नारेबाजी के बीच प्रियंका सीधे शेराज अहमद के अहाते में पहुंची जहां पहले से ही आंदोलन में शामिल महिलाएं और उनके छोटे छोटे बच्चे मौजूद थे। प्रियंका ने महिलाओं से आंदोलन और पुलिस की कार्रवाई के बारे में बात की। इसके बाद बच्चों से मुलाकात किया। उन्होंन छोटे बच्चों को टाफियां भी खिलाई।
प्रियंका गांधी ने कहा कि महिलाएं और बच्चे शांतिपूर्वक एनआरसी, सीएए का प्रदर्शन कर रही थी। महिलाएं पार्क में बैठी थी। उन्होंने खुद कहा कि वे कुछ देर बाद ही घर जाने वाली थी लेकिन पुलिस ने मैदान में पानी भर दिया और बर्बरता पूर्वक कार्रवाई की। हमें पता चला हैकि मौलाना ताहिर मदनी और नमाज पढ़कर लौट रहे छोटे बच्चों के खिलाफ भी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया है। उनको छोड़ा नहीं जा रहा है। जबकि खुद मदनी ने महिलाओं को घर जाने के लिए समझाया था और वे जाने के लिए तैयार भी हो गयी थी। मौलाना ने कभी हिंसा की बात नहीं की, वो हमेंशा से अहिंसा के पक्षधर रहे हैं।
उन्होंने कहा की उन्हें जो पता चला है, उस हिसाब से पुलिस ने खुलेआम उत्पीड़न किया है, जो गलत है। शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन सभी का हक है। यहां के लोगों के साथ अन्याय हुआ है। इस तरह का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस दौरान प्रियंका गांधी ने भीड़ को संबोधित भी किया।
By Ran Vijay Singh