बता दें कि रौनापार थाना क्षेत्र के पलिया गांव में डा. आनंद बंगाली की दवा की दुकान है। मंगलवार की शाम सात बजे गांव के ही दो युवक डा. आनंद के पुत्र लिट्टन को किसी बहाने से बुलाकर ले गए और बुरी तरह मारे पीटे। मारपीट की सूचना पर थानाध्यक्ष ने गांव के ही पास पिकेट ड्युटी पर तैनात दो सिपाही विवेक व मुखराम यादव को विवाद सुलझाने के लिए मौके पर भेज दिया।
पुलिसकर्मियों ने बीच बचाव का प्रयास किया तो ग्राम प्रधान और उसके साथ के लोग पुलिसकर्मियों को मारपीट कर घायल कर दिये। एक पुलिसकर्मी की हालत अब भी गंभीर है। इसके बाद मौके पर कई थाने की पुलिस पहुंच गयी। आरोपियों के न मिलने पर पुलिस ने वहां तोड़फोड़ की। पुलिस ने इस मामले में 28 नामजद व 143 के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। साथ ही आरोपियों के खिलाफ गैंगेस्टर की कार्रवाई की गयी है। इस मामले को लेकर कांग्रेस विरोध प्रदर्शन कर रही है।
इस मामले को लेकर अब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाया है। उन्होंने ट्वीट किया है कि आजमगढ़ रौनापार के पलिया गांव यूपी पुलिस द्वारा दलित परिवारों पर हमला करने की खबर आ रही है। वहां कई मकानों को तोड़ा गया, सैकड़ों पर मुकदमा दर्ज किया गया। यह सरकारी अमले की दलित विरोधी मानसिकता का परिचायक है। तत्काल दोषियो के उपर कार्रवाई हो और पीड़ितों को मुआवजा दिया जाय। प्रियंका के इस ट्वीट के बाद कांग्रेसी और मुखर हो गए है।
पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह का कहना है कि इस मामले में 11 नामजद व 143 के खिलाफ मुकदमा दर्ज है। मुख्य आरोपी ग्राम प्रधान व उसके गुर्गो के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गयी और उनकी सम्पत्ति भी जब्त की जायेगी। पुलिस पर इस तरह से हमला करने वालों को बख्शा नहीं जायेगा। ऐसे मामले पर राजनीति करने वाले लोग राजनीति कर रहे है, यह उचित नहीं है।