उन्होंने कहा कि अगर इच्छा शक्ति मजबूत हो और धार्मिक, सामाजिक व पुलिस संगठन मिलकर ईमानदारी के साथ काम करें तो निश्चित रूप से इस बुराई को समाज से हमेशा के लिये समाप्त किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि अगर देखा जाये तो इसके पीछे कई कारण हैं, पारिवारिक परिवेश, परिवार के टूटते रिश्ते, बड़े बुजुर्गों की बातों की अनदेखी, सही शिक्षा का आभाव व भ्रष्ट नौकरशाही। सबसे बड़ी बिडम्बना देश के स्वार्थी सड़ी गली राजनितिक के तथाकथित नेता हैं जो इसे बढ़ावा देते हैं। सभी राजनितिक पार्टियां राष्ट्रहित के काम से दूर हो चुकी हैं। उन्हें सिर्फ अपना हित दिख रहा है। नशाखोरी से हमारी यह पीढ़ी बर्बाद हो रही है। आने वाली पीढ़ी को बचाने के लिए हमें मिलकर नशीले पदार्थो को समाप्त करना होगा। यह तब संभव होगा जब सामाजिक और धार्मिक संगठन इसके लिये मिलकर प्रयास करेंगे।
नागरिकों से अपील करते उन्होंने हुए कहा कि अगर आप अपनी आने वाली जनरेशन को बचाना चाहते हैं तो नशे के खात्मे के लिए मिलजुल कर लड़ें। इस बुराई को जड़ से उखाड़ फेकनें का यही सही वक्त है। उन्होंने कहा कि पुलिस के अलावा मीडिया और राष्ट्र हित में काम करने वाले सामजिक संगठनों कि जिम्मेदारियां आज और बढ़ गई है। वक्त आ गया है कि राष्ट्र कि भलाई के लिए हर नागरिक आपने कर्तव्यों का पालन करें। अगर अब भी समय रहते हम नहीं चेते तो वक्त हमें कभी माफ़ नहीं करेगा।
By Ran Vijay Singh