scriptवेदान्ता अस्पताल में लाश का इलाज करने वाले डॉक्टर की शवयात्रा निकाल प्रदर्शन | pryas and yuva morcha shav arta agansit medanta doctor | Patrika News

वेदान्ता अस्पताल में लाश का इलाज करने वाले डॉक्टर की शवयात्रा निकाल प्रदर्शन

locationआजमगढ़Published: Jun 25, 2018 05:44:45 pm

बार-बार हो रही घटनाओं के बाद भी प्रशासन द्वारा कार्रवाई न करने से नाराज हैं सामाजिक संगठन

pryas and yuva morcha shav arta agansit medanta doctor

वेदान्ता अस्पताल में लाश का इलाज करने वाले डॉक्टर की शवयात्रा निकाल प्रदर्शन

आजमगढ़. शहर के लछिरामपुर स्थित वेदांता अस्पताल में मरीज की मौत के बाद शव का इलाज करने और विरोध करने पर परिवार के लोगों को मारने पीटने के मामले कार्रवाई न होने से नाराज प्रयास व युवा मंच के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को अस्पताल प्रबंधन की प्रतिकात्मक शवयात्रा निकाल विरोध प्रदर्शन किया। अस्पताल में आये दिन हो रही इस तरह की घटनाओं पर रोष व्यक्त करते हुए लोगों ने न्यूरो सर्जन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पूरे शहर में शवयात्रा के बाद मेहता पार्क में अंतिम संस्कार किया। प्रशासन से अस्पताल का लाइसेंस निरस्त करने की मांग की गयी।
शवयात्रा कलेक्ट्रेट चौराहे से निकाली गयी, जो मड़या, रैदोपुर गांधी तिराहा व काली चौरा होते हुए मेहता पार्क पहुंची यहां लोगों ने अस्पताल का लाइसेंस निरस्त करने की मांग करते हुए विधि विधान से प्रतिकात्मक शव का अंतिम संस्कार किया।
प्रयास के अध्यक्ष रणजीत सिंह ने कहा कि लछिरामपुर स्थित वेदांता अस्पताल में मृत्यु के बाद भी शव रखकर इलाज करने वाले डाक्टर शिशिर जायसवाल के स्टाफ से जब तीमारदारों ने शव को मांगा तो स्टाफ के लोगों ने उनके साथ अभद्रता करते हुए मारपीट की। मानवीय संवेदनाओं को तार तार कर देने वाली यह घटना मानवता को शर्मसार करने वाली है। लाशों के नाम पर कारोबार करने वाले किसी को भी सभ्य समाज स्वीकृति नहीं देता है। जघन्यतम श्रेणी में आने वाले कुकर्मो की दास्तान कुछ ऐसी ही होती है जैसा कि वेदांता अस्पताल ने शव की चिकित्सा कर अंजाम दिया है।
उन्होंने कहा कि पूरे प्रकरण की जांच सीएमओं को सौपी गई हैं यदि मनमाने ढंग से उन्होंने वेदांता को क्लिन चिट देने का प्रयास किया तो नापाक गठजोड़ के खिलाफ प्रयास और युवा मंच के साथी आंदोलन करेंगे। कारण कि यह वेदांता का पहला वाक्या नही है पूर्व में भी ऐसी कई घटनाए हो चुकी है और प्रशासन सदैव की तरह इस बार भी मुकदर्शक बना है।

डा. विरेन्द्र पाठक ने कहा कि धन कमाने की लालच में वेदांता ने घिनौना काम किया है। मृत व्यक्ति को चिकित्सा के नाम पर अस्पताल में रोकना और उनके परिजनों से धन ऐंठना चिकित्सा धर्म के विरूद्ध है। अस्पताल का लाइसेंस निरस्त कर ऐसे लोगों को ब्लैक लिस्टेड किया जाना चाहिए। युवा मंच के किशन सिंह ने कहा कि ऐसे चिकित्सालय अनट्रेन्ड नर्सिग स्टाफ के भरोसे चलाए जाते है। पूरा अस्पताल महज एक-दो ट्रेन्ड डिग्रीधारक पैरामेडिकल स्टाफ के नाम पर चलाया जाता है। जबकि वास्तविकता है कि ज्यादातर निजी अस्पताल बिना डिग्री धारक पैरामेडिकल स्टाफ चिकित्सा कर रहे है जो जन-स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ तो करते ही है साथ ही साथ मैनेजमेन्ट के इशारे पर तीमारदारों के साथ मार-पीट एवं हाथापाई भी करते है। जनपद भर में संचालित ऐसे चिकित्सालयों को चिन्हित कर सीएमओ तत्काल कड़ी से कड़ी कार्यवाही करें।
इस अवसर पर डा. हरिगोविंद विश्वकर्मा, इजीनियर सुनील यादव, कुनाल, आलोक लहरी, राजा ज्ञानेश तिवारी, अभिषेक सिंह, मिथिलेश, राजन सोनकर, राजीव शर्मा, रविशंकर सिंह, सुदर्शन, अरविंद, उदय प्रताप सिंह, शम्भु दयाल सोनकर, रामजनम राव, राजन सिंह, आयूष विश्वकर्मा, प्रदीप यादव, अतुल श्रीवास्तव, संदीप यादव, एसपी सिंह, चन्द्रशेखर यादव आदि उपस्थित थे।
input ऱणविजय सिंह

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो