बता दें कि इस बार धान की खरीद सरकार द्वारा 7 मार्च तक की गयी थी लेकिन इसके बाद भी शत प्रतिशत खरीद नहीं हो पाई थी। इसलिए सरकार गेहूं की खरीद में सतर्क नजर आ रही है। क्रय केंद्रों को निर्धारित समय पर खोलने और शत प्रतिशत किसानों के धान खरीदने के निर्देश दिये गए हैं। विभाग द्वारा गेहूं की खरीद के लिए जिले में 67 क्रय केंद्र स्थापित किये गए है। इसमें खाद्य विभाग के 20, पीसीएफ के 45 और भारतीय खाद्य निगम के दो क्रय केंद्र शामिल हैं। पिछले वर्ष की तरह इस बार भी कोई लक्ष्य निर्धारित नहीं किया गया है। शुक्रवार से धान की खरीद शुरू हो गयी। यह अलग बात है कि पहले दिन कोई किसान अपना उत्पाद बेचने नहीं पहुंचा। कारण कि अब तक फसल की कटाई ही शुरू नहीं हुई है।
शासनादेश के अनुसार निर्धारित समय तक सभी किसानों का गेहूं क्रय केंद्रों पर खरीदा जाएगा। विभाग का दावा है कि किसानों की सुविधा के लिए सभी क्रय केंद्रों पर व्यवस्था सुनिश्चित कर ली गई है। गेहूं खरीद के लिए किसानों को पंजीकरण करवाना अनिवार्य है लेकिन अभी तक 7,500 किसानों ने ही आनलाइन पंजीकरण कराया है। जबकि पिछले सत्र में कुल 22,5890 किसानों ने पंजीकरण कराया था। पंजीकरण इसलिए आवश्यक है कि भुगतान सीधे किसानों के खाते में ही भेजा जाएगा। तहसील सदर के अंतर्गत खाद्य विभाग के चार, पीसीएफ के छह, तहसील सगड़ी में खाद्य विभाग के चार, पीसीएफ के नौ एवं एफसीआइ के एक, तहसील बूढ़नपुर में खाद्य विभाग के दो, पीसीएफ के पांच, तहसील निजामाबाद में खाद्य विभाग के तीन, पीसीएफ के चार, तहसील फूलपुर में खाद्य विभाग के दो, पीसीएफ के एक, तहसील मार्टीनगंज में खाद्य विभाग के एक, तहसील लालगंज में खाद्य विभाग के तीन, पीसीएफ के 11, तहसील मेंहनगर में खाद्य विभाग के एक, पीसीएफ के नौ एवं एफसीआइ के एक केंद्र स्थापित किए गए हैं।
जिला खाद्य विपणन अधिकारी नरेंद्र कुमार मिश्रा का कहना है कि समस्त क्रय एजेंसियों के जिला प्रभारियों को निर्देशित किया है गया है कि अनुमोदित क्रय केंद्रों पर समस्त औपचारिकताएं पूर्ण करते हुए क्रय केंद्रों को पूर्ण रूप से क्रियाशील रखें। स्थलीय भ्रमण करते हुए केंद्रों के फोटो ग्राफ व वीडियोग्राफ, जिसमें भवन, सिलाई मशीन, वाल पेटिग, झरना, पंखा, इलेक्ट्रानिक कांटा, निरीक्षकणकर्ता अधिकारी, केंद्र प्रभारी दिखाई दे रहे हो, के चेक लिस्ट के अनुसार रिपोर्ट प्रेषित करें।