शाहगंज-फेफना दोहरीकरण के लिए रेलवे अधिकारियों का कई बार इस रूट पर दौरा हुआ था। इस दौरान रेलवे स्टेशन, सिग्नल, जमीन की उपलब्धता, पुल-पुलिया आदि का विस्तार पूर्वक सर्वे किया। इस संबंध में जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि सर्वे का मुख्य उद्देश्य दोहरीकरण के कार्य में तेजी लाना है। दोहरीकरण कार्य को लेकर रेलवे ने तैयारी तेज कर दी है। विभाग ने शाहगंज से फेफना के बीच में पड़ने वाले समपार क्रासिग को बंद कर दिया है। हालांकि शाहगंज से फेफना तक 150 किमी लंबी रेल लाइन के दोहरीकरण के लिए वर्ष 2018 में 31 करोड़ रुपये का बजट पास हुआ था। दोहरीकरण होने से जिले को सबसे अधिक लाभ होगा। साथ ही जिले में विकास की रफ्तार भी रेलवे की पटरी पर पकड़ेगी।