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रक्षाबंधन पर भाइयों के हाथ में सजेगी ब्लैक पाटरी की राखियां, निजी के साथ सरकारी संस्थाओं ने भी किया आर्डर

locationआजमगढ़Published: Aug 08, 2022 04:18:57 pm

Submitted by:

Ranvijay Singh

इस बार रक्षाबंधन पर्व में आजमगढ़ के कुम्हारों द्वारा तैयार की गई ब्लैक पाटरी की राखी भाइयों की कलाई पर सजेगी। कुम्हारों द्वारा तैयार यह राखी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। आजमगढ़ ही नहीं बल्कि गुड़गांव तक इस राखी ने अपनी पहुंच बनाई है। यहीं नहीं कई सरकारी संस्थाओं से भी इसका आर्डर मिला है जिसे कुम्हारों द्वारा भेज दिया गया है।

हस्तशिल्पियों द्वार ब्लैक पाटरी से तैयार की गई राखी

हस्तशिल्पियों द्वार ब्लैक पाटरी से तैयार की गई राखी

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
आजमगढ़. भाई बहन के पवित्र रिश्ते के पर्व रक्षाबंधन की डोर इस बार ब्लैक पाटरी से बनी राखी मजबूत करेगी। आजमगढ़ के निजामाबाद के हस्तशिल्पियों द्वारा तैयार यह राखी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। इस राखी की डिमांग सिर्फ जिले में नहीं बल्कि दूसरे प्रांतों में भी है। दिल्ली, गुड़गांव तक इस राखी की डिमांड देखने को मिल रही है। वहीं सरकारी संस्थाओं से भी इस बार हस्तशिल्पियों को आर्डर मिला है। इससे हस्तशिल्पी उत्साहित हैं। इन्हें भरोसा है कि आने वाले दिनों में यह एक बड़ा ब्रांड साबित होगी।

बता दें कि निजामाबाद की ब्लैक पाटरी पूरी विश्व में अपनी अलग पहचान रखती है। योगी सरकार ने इसे एक जनपद एक उत्पादन योजना में शामिल किया तो पीएम मोदी ने इसके प्रोत्साहन में कोई कसर नहीं छोड़ी है। इससे निजामाबाद के हस्तशिल्पी नित नए मुकाम हासिल कर रहे है। बर्तन, आभूषण के बाद हस्तशिल्पी अब ब्लैक पाटरी से बनी राखी को एक ब्रांड के रुप में प्रस्तुत कर रहे है। इसकी डिमांड भी खूब देखने को मिल रही है। निजामाबाद के शिवरतन प्रजापति अभी आज गुड़गांव में आयोजित एक कार्यक्रम में राखी व अन्य उत्पादों का प्रदर्शन कर लौटे हैं। गुड़गांव में भी राखी आकर्षण का केंद्र रही। यहां उन्होंने पांच सौ से अधिक राखी स्टाल से बचा तो। बड़ी संख्या में लोगों ने थोक खरीदारी की।

आजमगढ़ जिले में तो इसकी खूब मांग दिख रही है। वहीं सोहित प्रजापति को सरकारी संस्थाओं से भी आर्डर मिला है। यह राखी इस बार पीएमओ तक पहुंच बनाने जा रही है। इससे हस्तशिल्पी खुश है। खास बात है कि 20 ग्राम तक होता है। हल्की होने के कारण इसकी डिमांड और बढ़ गई है। राखी की कीमत 100 से 120 रुपये रखी गई है। शिवरतन प्रजापति के मुताबिक राखी पर सिल्वर वर्क है जिसके कारण इसकी कीमत बढ़ जाती है।

राज्य पुरस्कार से सम्मानित शिव रतन प्रजापति बताते है कि उनकी मुलाकात छह साल पहले दिल्ली में आयोजित त्रिवेणी कला संगम में हस्तशिल्पी साची से हुई थी। उसी समय उनके मन में रक्षाबंधन का विचार आया था लेकिन 20 ग्राम की राखी बनाना एक बड़ी चुनौती थी। क्योंकि उसे पर्व के दिन भाइयों की कलाई पर सजाना होता है। उन्होंने इसे चुनौती के रूप में लिया और इस पर काम करना शुरू कर दिया। आखिर 20 ग्राम वजन की राखी तैयार करने में सफलता मिल गयी। राखी की चौड़ाई 1.25 इंच और मोटाई 2.50 इंच रखी गई है। उसके ऊपर सिल्वर कढ़ाई के साथ रेशमी धागे के जोड़ से भाई-बहन को मुरीद बनाने की कोशिश की है।

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