मुकदमें के अनुसार गंभीरपुर थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली नाबालिग किशोरी 14 मई 2014 की सुबह गायब हो गई थी। इस मामले में पीड़िता की माता ने आरोपी इश्तियाक उर्फ सलमान पुत्र सलीम अहमद निवासी बेला खास थाना बरदह के विरुद्ध नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोप लगाया गया था कि इश्तियाक उर्फ़ सलमान पीड़िता को बहला-फुसलाकर भगा ले गया है। पीड़िता को लगभग एक सप्ताह बाद इश्तियाक के साथ मुंबई से बरामद किया गया था।
मजिस्ट्रेट को दिए गए बयान में पीड़िता ने बताया कि आरोपी ने पीड़िता के साथ जबर्दस्ती बलात्कार किया। पुलिस ने जांच पूरी करने के बाद आरोपी के विरुद्ध चार्जशीट न्यायालय में पेश कर दी। विशेष लोक अभियोजक अवधेश कुमार मिश्र ने पीड़िता समेत कुल छह गवाहों को न्यायालय में परीक्षित कराया। दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद अदालत ने आरोपी इश्तियाक उर्फ सलमान को दस वर्ष के कठोर कारावास तथा पैतीस हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई।
मंडलायुक्त ने रोका 12 अधिकारी कर्मचारियों का वेतन
आजमगढ। मण्डलायुक्त विजय विश्वास पन्त तथा डीआईजी अखिलेश कुमार ने शनिवार को तहसील सदर में सम्पूर्ण समाधान दिवस का औचक निरीक्षण किया। इस अवसर पर अधिकारीद्वय ने उपस्थित आमजन से उनकी समस्याओं को गंभीरतापूर्वक सुना तथा सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को समबद्ध रूप से निस्तारित किये जाने हेतु निर्देशित किया। सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर राजस्व के 122, पुलिस के 24 एवं अन्य विभागों के 17 कुल 163 शिकायती प्रार्थना-पत्र प्राप्त हुए जिसमें से मौके पर 17 मामलों निस्तारण किया गया, निस्तारित सभी प्रकरण राजस्व विभाग से सम्बन्धित थे। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि जन समस्याओं का निस्तारण गुणवत्तायुक्त होना चाहिए ताकि शिकायतकर्ताओं को एक ही शिकायत के सम्बन्ध में बार-बार भाग दौड़ न करनी पड़े। सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर कुल 12 अधिकारियों को अनुपस्थित पाये जाने पर असन्तोष व्यक्त करते हुए मण्डलायुक्त ने उनका एक दिन का वेतन रोके जाने तथा स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। अनुपस्थित अधिकारियों में उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी, सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी, बीडीओ पल्हनी व रानी सराय, एसओ तहबरपुर, सहायक विकास अधिकारी (पंचायत), सहायक वन संरक्षक तथा चकबन्दी अधिकारी सदर, फूलपुर, जहानागंज, सठियॉंव एवं सगड़ी सम्मिलित हैं।