पीड़ित ग्राम प्रधान का आरोप है कि उनके घर पर गांव का ही अर्पित यादव पुत्र ओमप्रकाश यादव वर्षो से काम करता है। अर्पित बीते मंगलवार की रात 8 बजे बताया कि आपकी मां की तबीयत खराब है। चलिए मैं मायके छोड़ दू। इसके बाद वह उसके साथ चार पहिया वाहन से मायके चली गयी। अर्पित उसे गेट पर ही छोड़कर वापस आ गया। जब प्रधान ने घर में जाकर देखा तो उसकी मा बिल्कुल ठीक थी। इसके बाद प्रधान को अर्पित पर शक हुआ और वह रात में ही 11 बजे अपने भाई के साथ घर लौट आई।
प्रधान के मुताबिक जब वह घर पहुंची तो अर्पित वहां मौजूद था। घर का दरवाजा टूटा था। अंदर जा कर देखने पर पता चला कि आलमारी में रखा 3 लाख 50 हजार रूपये गायब है। सदमें के कारण उनकी तबीयत खराब हो गयी। ब्लड प्रेशर बढ़ने पर उसने अर्पित से बीपी की दवा मांगी। अर्पित ने बीपी की दवा के बजाय नशीला टैबलेट खिला दिया और उसके साथ दुष्कर्म कर फरार हो गया। होश आने पर वह बुधवार की सुबह थाने पहुंची और आरोपी के खिलाफ तहरीर दी। इसके बाद पुलिस मौके पर गयी और छानबीन कर लौट आयी। अब पुलिस मामले में लीपापोती कर रही है। पुलिस बिना जांच दुष्कर्म की घटना को झूठी बता रही है।
पुलिस के रवैये से नाराज प्रधान थाने के सामने ही सड़क पर लेटकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। थोड़ी ही देर में वहां भारी भीड़ जमा हो गयी। महिला प्रधान ने पुलिस पर मामले को दबाने का आरोप लगाते हुए नारे लगाने शुरू कर दिए। सड़क पर प्रधान के हंगामें के कारण आवागमन ठप हो गया। हालत यह थी कि प्रधान चीखते चिल्लाते बार बार बेहोश हो जा रही है। उनके साथ आई महिलाओं के लिए उन्हें संभालना मुश्किल हो गया है। प्रधान बार बार आत्मदाह की धमकी दे रही है। घटना की जानकारी होने के बाद एसडीएम बूढ़पुर और सीओ बुढ़नपुर भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने थानेदार से घटना की जानकारी ली और वापस लौट गए।
बता दे कि प्रधान का चार साल का कार्यकाल ही विवादित है। इस दौरान उनके साथ कई घटनाएं हो चुकी है। पहले भी उनके यहां लूट और चोरी की घटना हो चुकी है। गांव में चुनावी रंजिश को लेकर कोटेदार से मारपीट व अन्य मामलों में प्रधान के खिलाफ मुकदमा दर्ज है तो प्रधान ने भी कई मुकदमें दर्ज कराए हैं। पूर्व में उनकी पुत्री के अपरहण का मामला प्रकाश में आया था।
BY-Ranvijay Singh