scriptअस्पताल के बेड पर तड़पती रही महिला नहीं आए डाक्टर, मौत के बाद परिजनों का हंगामा | Ruckus in Azamgarh hospital after woman died | Patrika News

अस्पताल के बेड पर तड़पती रही महिला नहीं आए डाक्टर, मौत के बाद परिजनों का हंगामा

locationआजमगढ़Published: Nov 04, 2020 09:19:13 am

परिजन व अस्पताल कमियों में हुई छीना झपटी, पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ का खदेड़ा
अस्पताल प्रबंधन लगा रहा परिजनों पर दबंगई का आरोप, एफआईआर की दी चेतावनी

azamgarh craim

पुलिस से झड़प करते परिजन

पत्रिका न्यूज नेटवर्क

आजमगढ़. जिला अस्पताल में चिकित्सकों की लापरवाही से मरीज की मौत का सिलसिला जारी है। मंगलवार की रात अस्पताल में भर्ती महिला तड़पती रही लेकिन परिजनों के बार बार सूचना के बाद भी कोई डाक्टर उसे देखने नहीं आया। तड़प तड़प कर महिला ने दम तोड़ दिया। महिला की मौत के बाद अस्पताल कर्मी शव को मोर्चरी ले जाने लगे तो परिजनों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान शव की छीना झपटी भी हुई। घटना की जानकारी होने पर कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गयी और लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर बितर कर दिया। परिजनों का आरोप है कि महिला की मौत का कारण आक्सीजन की कमी है।

कप्तानगंज थाना क्षेत्र के स्थानीय कस्बा निवासी अनीता 45 पत्नी विनोद जायसवाल हृदय रोग से पीड़ित थी।। तबीयत खराब होने पर उन्हें मंगलवार की शाम 4.30 बजे अस्पताल में भर्ती कराया गया। कुछ घंटे बाद उनकी हालत और बिगड़ गयी।

परिजनों का आरोप है कि हालत बिगड़ने लगी तो डाक्टर को बुलाने गए लेकिन कोई डाक्टर नहीं आया। उन्होंने कई बार चिकित्सक और मेडिकल स्टाफ को सूचित किया लेकिन किसी ने उनकी बात नहीं सुनी। जिसकी वजह से महिला ने तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया।

इसके बाद परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन का विरोध शुरू कर दिया। इसी बीच कर्मचारी शव को मोर्चरी ले जाने लगे। परिजनों ने रोका तो बिवाद बढ़ गया। इसी दौरान किसी ने इसकी जानकारी बलरामपुर चैकी इंचार्ज को दे दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो हालात नियंत्रण के बाहर देख शहर कोतवाल को सूचित किया।

कुछ देर बाद शहर कोतवाल व सिधारी थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गयी तथा लाठी चार्ज कर लोगों को खदेड़ दिया। पुलिस ने जबरन शव को पोस्टमार्टम के भेज दिया। जबकि सामान्य मौत में इसकी कोई जरूरत नहीं थी।

मृतका के पति ने बताया कि अभी तक डाक्टरों की लापरवाही की लिखित शिकायत नहीं की है। इस संबंध में प्रमुख चिकित्सा अधीक्षकएसकेजी सिंह का कहना है कि हमारे पास किसी ने शिकायत नहीं की है लेकिन हम लोग हंगामा करने वालों के खिलाफ तहरीर दे दिये है। चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप गलत है। महिला को डा. रामकेवल ने भर्ती किया और डा. राजनाथ ने देखा था। शाम को तबीयत बिगड़ने की जानकारी पर डा. राजकुमार देखने गए तो महिला की मौत हो चुकी थी। आरोप लगाने वालों ने राजकुमार के साथ मारपीट की। आरोपियों के खिलाफ एफआईआार दर्ज करायी जा रही है।

BY Ran vijay singh

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो