उप्र पंचायती राज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष बसन्त कुमार बौद्ध ने कहा कि कोरोना काल में सफाईकर्मियों ने जिस प्रकार जनता की सेवा कर संक्रमण से निपटनेे में योगदान दिया वह महत्वपूर्ण है। निरंतर सेवा कार्य करने वाले सफाईकर्मियों को प्रोत्साहित करने के बजाय उनका मनमाने ढंग से स्थानान्तरण किया जा रहा है। इससे विभाग और सरकार की मंशा साफ होती है कि केवल हमारा उत्पीड़न किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि जिले में 250 से ज्यादा हुए स्थानान्तरण में मानकां की जबरदस्त अनदेखी की गयी है। वहीं कार्यालय में सम्बद्ध सफाईकर्मियों पर कृपा बरसाया जाना स्थानान्तरण पर सवालियां निशान खड़ा करता है। स्थानान्तरण हुए सफाईकर्मियों में ऐसे कई है जिनको अत्यधिक दूरी पर कर दिया गया है। सफाईकर्मियों ने स्थानान्तरण रोकने की मांग किया। जिलामंत्री ओंकारनाथ ने कहा कि तबादला हुए सफाईकर्मियों ने संगठन के समक्ष अपनी समस्याओं को रखा है।
उन्होने बताया कि तबादले के बाद वह पारिवारिक दायित्व को पूरा करने से वंचित होंगे। जिनके माता पिता काफी वृद्ध है और ईलाज में काफी परेशानी होने वाली है। सफाईकर्मियों का तबादला जल्द निरस्त नहीं किया गया तो सफाईकर्मी धरना देने को बाध्य होंगे। इस दौरान ओंकारनाथ जिलामंत्री, कृष्णानन्द राय, अवधेश, जयविजय गौतम, जिलाजीत राय, राजेन्द्र चौहान, संतोष गुप्ता, जयप्रकाश, समरजीत, राजाराम, श्रीचंद, अशोक कुमार आदि मौजूद थे।
BY Ran vijay singh