निवर्तमान जिलाध्यक्ष हवलदार यादव ने कहा कि देश व प्रदेश की सरकार कलाकारों के अभिव्यक्ति की आजादी को छीनने का प्रयास कर रही है। सरकार के भेदभाव पूर्ण रवैये के कारण आज कलाकार भुखमरी का शिकार है लेकिन सरकार को इसकी चिंता नहीं है। भाजपा सरकार सर्व समाज के हितों की अनदेखी कर रही है। प्रदेश में उत्पीड़न की पराकाष्ठा पार हो गयी है। सरकार को चाहिए कि वृद्ध कलाकारों को पेंशन दें। इसकी मांग भी होती रही है लेकिन सरकार ने कभी ध्यान नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में लाकडाउन से कलाकारों की रोजी-रोटी समाप्त हो गयी है। उनका परिवार अभावग्रस्त हो गया है। प्रदेश सरकार को कोई चिन्ता नहीं है। मॅहगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, गुण्डाराज चरम सीमा पर है। साहित्यकारों, लेखकों, कवियों को सही बात रखने पर जेल में डाल दिया जा रहा है। ऐसी सरकार को उखाड़ फेकने का वक्त आ गया है।
राष्ट्रीय प्रवक्ता आईपी सिंह ने कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हमेंशा कलाकारों का सम्मान किया है। यश भारती जैसे पुरस्कार देकर उनको कला के लिए प्रोत्साहित किया। दुर्भाग्य है कि भाजपा ने यश भारती योजना को समाप्त कर दिया। योगी सरकार ने प्रदेश की जनता को आर्थिक संकट में डाल दिया है। भोला यादव ने कहा कि कलाकारों की मदद सिर्फ सपा करती है। सभी कलाकार एकजूट होकर 2022 में अखिलेश यादव की सरकार बनायें।इस दौरान गायक सूबेदार सरोज, अशोक लाल यादव, भगानूलाल गौंड़, सुरेश, उजाला यादव, शीला सिंह, राजेश गौतम सांवला, आसु राजभर, अनिल प्रजापति, वकील अहमद, काशीनाथ, लालचन्द्र यादव, किरन श्रीवास्तव, शशिकला सिंह, देवनाथ साहू, अजीत राव, हरिप्रकाश पटेल, सुभाष चैहान, हंसराज यादव आदि उपस्थित थे।
BY Ran vijay singh