पूर्व मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव विधायक ने कहा कि देश व प्रदेश की सरकारें तानाशाह हिटलर के रास्ते पर चल रही हैं। देश में अघोषित आपातकाल लागू है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर लगाम लगाकर लोकतांत्रिक संस्थाओं को समाप्त करने का काम हो रहा है। कानून बनाकर विरोधियों को फॅसाने की साजिश हो रही है। जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं उनके विरूद्ध ईडी, सीबीआई व गैंगस्टर में फॅसाया जा रहा है।
विधायक डा. संग्राम यादव ने कहा कि विकास कार्य अवरूद्ध है। प्रशासन व पुलिस आम लोगों का दमन व उत्पीड़न कर धनउगाही कर रहा है। भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। अपराध बढ़ता जा रहा है। कोई आदमी अपने को सुरक्षित नहीं महसूस कर रहा है। दबंगों, अपराधियों व माफियाओं को सरकार के लोग संरक्षण दे रहे हैं। जिससे वे लोग गरीबों, पिछड़ों, दलितों व अल्पसंख्यकों को मारकर हत्यायें कर रहे हैं।
विधायक नफीस अहमद ने कहा कि हत्या, बलात्कार, छिनैती, लूट, सरकारी संरक्षण में फल-फूल रहे हैं। विजली, खाद व आवश्यक दवा इत्यादी के दाम बढ़ते जा रहे हैं। एमएलसी राकेश यादव ने कहा कि पंचायती संस्थाओं को कमजोर कर दिया गया। यह सरकार अधिकारियों के माध्यम से शोषण कर रही है।
जिलाध्यक्ष हवलदार यादव ने कहा कि 9 अगस्त ऐतिहासिक दिन है। 9 अगस्त 1942 को देश को आजाद कराने में समाजवादियों की महत्वपूर्ण भूमिका थी। उस दौरान लोगों को तमाम यातनाएं दी गयी। इस क्रम में 9 अगस्त 2019 को रिक्शा स्टैण्ड कलेक्ट्री कचहरी पर 10 बजे दिन से सायं 04 बजे तक समाजवादियों द्वारा धरना देकर देश की तानाशाह, पूॅजीवादी व अधिनायकवादी, जनविरोधी सरकार के विरूद्ध धरना आयोजन किया है। धरने के माध्यम से जर्जर कानून व्यवस्था व अलोकतांत्रिक फैसले व जनहित की उपेक्षा किये जाने के सम्बन्ध में महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन दिया जायेगा।
बैठक में पूर्व विधायक श्यामबहादुर यादव, पूर्व एमएलसी कमला प्रसाद यादव, अखिलेश यादव, जयराम सिंह पटेल, लालमनि राजभर, डा. हरिराम सिंह यादव, रामदरश यादव, शोभनाथ यादव, अशोक यादव, हंसराज यादव, राजनरायन यादव, राजेश गिरी, रिंकू, शिवनरायन सिंह, किशोर कुमार यादव, रमेंश यादव प्रमुख, राजाराम सोनकर, शिवसागर यादव, शिवमूरत यादव, वेदप्रकाश, रामप्रवेश यादव, अजीत राव, सूरज राजभर, रामू राजभर, रामसिंगार, मिर्जा मसूद बेग, मेराज अहमद, जोरार खान, भजुराम पटेल, प्रेमा यादव, आशा यादव, गुड्डी देवी, किरन श्रीवास्तव, सना परवीन, सपना निषाद, राजेश गेलवारा, सूर्यभान, उद्यम सिंह, माया देवी, शशिकला सिंह, नरेन्द्र कन्नौजिया आदि थे।
By Ran Vijay Singh