समाजवादी पार्टी के बुजुर्ग विधायक से पुलिस की धक्कामुक्की का आराेप, नाराज सपाइयों ने जमकर किया बवाल
- रास्ता अवरुद्ध रहने से चार घंटे आफिस में कैद रहे डीएम
- कोतवाल को हटाने की मांग को लेकर सपाइयों ने किया प्रदर्शन, धारा-144 की खुलेआम उड़ी धज्जी
- डीएम बोले, वीडियो फुटेज की होगी जांच, जो भी हो दोषी उसके खिलाफ करेंगे कार्रवाई

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
आजमगढ़. कानून व्यवस्था को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपने पहंुचे सपाइयों ने शहर कोतवाल पर विधायक आलमबदी के साथ अभद्र व्यवहार का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। इस दौरान सपाई डीएम कार्यालय का रास्ता अवरुद्ध कर करीब पांच घंटे तक धरने पर बैठे रहे। इस दौरान डीएम अपने कार्यालय में फंसे रहे। उन्होंने कई बार मातहतों को भेज सपाइयों को बातचीत के लिए बुलाया लेकिन वे डीएम के मौके पर आने और कोतवाला को हटाने की जिद पर अड़े रहे। डीएम के मौके पर पहुंचने पर सपाइयों ने ज्ञापन सौंपा। जिलाधिकारी द्वारा कार्रवाई का आश्वासन देने पर मामला शांत हुआ।
बता दें कि समाजवादी पार्टी के लोग कानून व्यवस्था को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपने वाले थे। सपा का प्रतिनिधिमंडल में शामिल विधायक आलमबदी आजमी, विधायक डॉ. संग्राम यादव, विधायक नफीस अहमद, विधायक दुर्गा यादव, एमएलसी राजेश यादव, निवर्तमान जिलाध्यक्ष हवलदार, पूर्व मंत्री चंद्रदेव राम यादव करैली आदि कलेक्ट्रेट पहुंचे। इस दौरान सभी अधिकारियों के लिए बने रास्ते से जिलाधिकारी कार्यालय की ओर जाने लगे तो शहर कोतवाल केके गुप्ता ने उन्हें रोका और आम रास्ते से जाने को कहा।
इसी बात को लेकर सपाई शहर कोतवाल से भिड़ गए और उसी रास्ते से जाने की जिद करने लगे। कोतवाल ने उन्हे रोकने की कोशिश की तो धक्कामुक्की शुरू हो गयी। इसके बाद सपाई बुजुर्ग विधायक आलमबदी के साथ धक्का-मुक्की करने का आरोप लगाते हुए वहीं धरने पर बैठ गए। सपाइयों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। मामले की जानकारी होते ही एडीएम प्रशासन नरेंद्र सिंह, एसपी सिटी पंकज कुमार पांडेय, सीओ सिटी राजेश तिवारी भी वहां पहुंच गए। उन्होंने सपाइयों को समझाने की कोशिश की लेकिर सपाई नहीं माने। सपाई कोतवाल को हटाने और डीएम के मौके पर आने की मांग को लेकर अड़े रहे।
इस दौरान जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रवीण कुमार सिंह के नेतृत्व में कांग्रेसी धरना स्थल पर पहुंचे और सपा विधायक के साथ हुए दुर्व्यवहार की निंदा की। सरकार पर पुलिस के दम पर विपक्ष की आवाज को दबाने का आरोप लगाया।
शाम करीब छह बजे के बाद डीएम कलक्ट्रेट से निकले और सपाइयों से मिले। उन्होंने मामले की जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद सपा कार्यकर्ता पुलिस-प्रशासन विरोधी नारे लगाते हुए चले गए। जिलाधिकारी ने बताया कि पूरे मामले की वीडिये फुटेज मौजूद है उसकी जांच करायी जाएगी। इस मामले में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
BY Ran vijay singh
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