बता दें कि वर्ष 2014 में मोदी लहर के बाद भी मुलायम सिंह यादव आजमगढ़ से चुनाव जीते थे। आजमगढ़ सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज की स्थापना मुलायम सिंह यादव ने ही वर्ष 2005 में कराया था। अब 2019 में सपा-बसपा गठबंधन के बाद अखिलेश यादव आजमगढ़ सीट से चुनाव लड़ मुलामय सिंह की विरासत को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। सपा के लोग गठबंधन के बाद अपनी जीत पक्की मान रहे हैं, लेकिन उन्हें ध्रुवीकरण का खतरा भी सता रहा है।
ऐसे में सपा के लोग पहले दिन से ही यहां विकास को मुद्दा बनाना चाहते हैं। यही वजह है कि आज जब अखिलेश यादव यहां नामाकंन के लिए आ रहे हैं तो एक रणनीति के तहत कार्यकर्ता अखिलेश के विकास कार्यों को प्रदर्शित करने का प्रयास कर रहे हैं। इसके तहत कार्यकर्ता रैली में आजमगढ़ सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज, चीनी मिल आदि के पोस्टरों के साथ जुलूस निकालकर रैली स्थल तक पहुंच रहे हैं। इनका दांवा है कि यही विकास कार्य आजमगढ़ में अखिलेश यादव का सबसे बड़ा हथियार बनेगा और वे रिकार्ड मतों से जीत हासिल करेंगे।
BY- Ranvijay Singh