बता दें कि 27 अप्रैल पैंगबर पर अभद्र टिप्पणी की एक फेसबुक पोस्ट सामने आई थी। जिसे लेकर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने थाने का घेराव किया तो पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष ओबैर्दुहमान पुत्र मतबूल निवासी पठानटोला थाना सरायमीर की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला पंजीकृत कर उसे जेल भेज दिया। इसके बाद 28 अप्रैल को एआईएमआईएम के जिलाध्यक्ष कलीम जामई और ओबैर्दुहमान के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने थाने का घेराव किया और मांग की कि आरोपी पर रासुका लगाई जाय। इस दौरान दोनों पक्षों में वार्ता हुई तो मामला शांत हो गया लेकिन उसी दौरान जब एसडीएम निजामाबाद और सीओ फूलपुर के नेतृत्व में पुलिस ने शांति मार्च निकालने का प्रयास किया कि थाने पर मौजूद लोगों ने हमला कर सीओ और एसडीएम को घायल करने के साथ ही जमकर तोड़फोड़ की। इस दौरान पुलिस बूथ में आगजनी की गयी तो बैंक के एटीएम में भी तोड़फोड़ की गयी। राहगीरों और ठेला खोमचा वालों के साथ ही भाजपा नेता और पत्रकारों भी पीटा गया।
पुलिस ने लाटीचार्ज और आंसू गैस के गोले फेक किसी तरह हालात को काबू में किया। इस मामले में पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष, एआईएमआईएम जिलाध्यक्ष सहित करीब 40 नामजद और सैकड़ों अज्ञात के खिलाफ आधा दर्जन मुकदमें दर्ज कराये गये। मुकदमा दर्ज होने के बाद एआईएमआईएम अध्यक्ष कलीम जामई हैदराबाद ओवैसी की शरण में भाग गया तो पूर्व नगरपंचायत अध्यक्ष ओबैर्दुहमान भी फरार चल रहे थे।
सोमवार की सुबह करीब पांच बजे पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली की आरोपी पूर्व नगर पंचायत गंभीरपुर थाना क्षेत्र के मोहम्मदपुर बाजार में मौजूद है और कहीं भागने की फिराक में हैं। इसके बाद सरायमीर थानाध्यक्ष राम नरेश यादव मय फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे साथ ही गंभीरपुर पुलिस को भी बुला लिया। पुलिस ने घेरेबंदी कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया जहां से न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।