बात दें कि बसपा नेता पूर्व विधायक सर्वेश सिंह सीपू की 19 जुलाई 2013 को बाइक सवार बदमाशों ने उनके आवास के सामने गोली मारकर हत्या कर दी थी। सीपू के साथ ही उनके दो सहयोगियों को भी बदमाशों ने मौत के घाट उतार दिया था। इस हत्याकांड के बाद स्थानीय लोगों ने जीयनपुर कस्बे में जमकर बवाल किया था। उस समय हुई तोड़फोड व आगजनी में भारी क्षति हुई थी।
इस ममाले को लेकर पूर्व सांसद अमर सिंह ने बड़े आंदोलन की चेतावनी दी तो प्रदेश सरकार ने सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। हत्याकांड में कुख्यात अपराधी ध्रुव कुमार सिंह कुंटू समेत उसके कई सहयोगियों को आरोपी बनाया गया था। सात साल पहले हुए इस हत्याकांड में दर्ज मुकदमे में कुछ हिस्से की विवेचना जहां जनपद पुलिस द्वारा की गयी तो कुछ हिस्से की विवेचना सीबीआई ने की।
ममाले में चार्जशी दाखिल होने के बाद न्यायालय में मुकदमें की सुनवाई चल रही है। सर्वोच्च न्यायालय ने इस मामले की जल्द सुनवाई कर 31 दिसंबर तक फैसला सुनाने का आदेश दिया है। इसके चलते प्रतिदिन सुनवाई हो रही है। मुकदमें में करीब 20 लोगों की गवाही होनी है। इसमें सर्वेश सिंह के भाई संतोष सिंह टीपू की गवाही हो चुकी है। अब सीबीआई इंस्पेक्टर बलजीत वशिष्ठ के साथ ही वकील पंकज गुप्ता व दीपनरायन भी सुनवाई के लिए जिले में पहुंच चुके हैं। माना जा रहा है कि अब सुनवाई में और तेजी आयेगी।
BY Ran vijay singh