आरोप है कि 7 वर्षीय बच्ची शनिवार को घर के पास खेल रही थी। उसी दौरान पड़ोस के रहने वाले दो सगे भाई उसे बहला फुसलाकर बुलाए और उसके साथ दुष्कर्म किया। उन्होंने बच्ची को डराया धमकाया जिसके कारण उसने यह बात परिवार के लोगों को नहीं बताई लेकिन उसकी तबीयत लगातार बिगड़ती गयी। हालत ज्यादा बिगड़ गई तो परिवार के लोग उसे मऊ के अस्पताल ले गए जहां चिकित्सक द्वारा दुष्कर्म की पुष्टि की गयी। परिजनों ने बच्ची पर दबाव बनाया तो उसने सारी बात बता दी।
इसके बाद पीड़ित के परिजन अस्पताल से लौटने के बाद आरोपी के परिजनो से शिकायत की तो वे बच्ची के इलाज के लिए तैयार हो गए और मामले को वहीं दबाने की कोशिश किये। लोकलाज के भय से पीड़ित परिवार भी इलाज पर राजी हो गया लेकिन आरोपी के परिवार के लोग इलाज में सहायता से मुकर गए।
इसके बाद पीड़ित परिवार के लोगों ने घटना की शिकायत पुलिस से की। सामूहिक दुर्ष्कम की शिकायत पर पुलिस सक्रिय हुई और मौके पहुंचकर दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया जिसमें एक आरोपी नागालिग बताया गया है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुटी है।
घटना की जानकारी होने पर पुलिस अधीक्षक राजकरन नय्यर भीमपुरा थाना पहुंचे। यहां उन्होंने आरोपियों से पूछताछ की। इसके बाद वे पीड़ित के घर पहुंचे और परिजनों से घटना की जानकारी लेने के बाद न्याय का भरोसा दिया। पुलिस अधीक्षक राजकरन नय्यर ने बताया कि तहरीर के आधार पर पॉस्को एक्ट समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है एवं आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।