बता दें कि सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ बिलरियागंज के मौलाना जौहर पार्क में मंगलवार को विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ था। सैकड़ों महिलाएं और छात्र इस प्रदर्शन में शामिल थे। विरोध प्रदर्शन शुरू होने के बाद से ही प्रशासन उसे समाप्त कराने के प्रयास में जुटा था लेकिन रात में पाक में पानी भरने के बाद प्रदर्शन हिंसक हो गया। प्रदर्शनकारियों ने बुधवार की भोर में करीब चार बजे पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस ने भी लाठीचार्ज व आंसू गोले का इस्तेमाल किया। पार्क को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है।
वहीं दूसरी तरफ उलेमा कौंसिल के राष्ट्रीय महासचिव ताहिर मदनी सहित 18 लोगों के खिलाफ के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। एक महिला को भी हिरासत में लिया गया है। इसकी जानकारी होते ही शिब्ली कालेज मंे भी विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। सैकड़ों की संख्या में छात्र छात्राएं कालेज गेट पर पहुंचकर पुलिस और सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दिये। जानकारी होते ही भारी संख्या में पुलिस वहां पहुंच गयी।
प्रदर्शन कर रहे छात्र-छात्राओं का कहना है कि बिलरियागंज में सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ शांतिपूर्ण ढंग से विरोध किया जा रहा था लेकिन पुलिस ने महिलाओं पर न केवल बर्बर ढंग से लाठीचार्ज किया बल्कि धर्मगुरू सहित कई लोगों को गलत आरोपों में गिरफ्तार कर लिया गया है। यह सारा खेल सरकार के आदेश पर प्रशासन खेल रहा है। शासन प्रशासन की मनमानी बदाश्र्त नहीं की जाएगी।