बता दें कि पवई थाना क्षेत्र के जल्दीपुर गांव निवासी पूर्व क्षेत्र पंचातय सदस्य व भाजपा मंडल उपाध्यक्ष अर्जुन यादव की 8 अक्टूबर की रात उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी जब वह पवई बाजार स्थित अपनी दुकान बंद कर बाइक से घर जा रहे थे।
इस मामले में परिजनों ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ रिपोर्ट पंजीकृत करायी थी लेकिन हत्या क्यों की गयी अथवा किसने की इसका सुराग अब तक पुलिस नहीं जुटा पाई है जबकि घटना को एक महीने से अधिक का समय बीत चुका है।
इससे भाजपाइयों में पुलिस के प्रति भारी नाराजगी है। पार्टी के जिला महामंत्री सूरज श्रीवास्तव इस मामले में प्रभारी मंत्री सुरेश राणा से मुलाकात कर वस्तुस्थिति से अवगत कराया। प्रभारी मंत्री ने अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी से घटना के बारे बात कर स्थिति की गंभीरता से अवगत कराया।
उधर राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार उपेंद्र तिवारी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर एसआइटी जांच की सिफारिश की है। पुलिस की नाकामी के कारण सवाल सरकार पर उठने लगे है। सूरज श्रीवास्तव ने बताया कि अर्जुन यादव को बाइक सवार दो हमलावरों ने आठ अक्टूबर की रात हत्या कर दी थी।
घटना के समय पुलिस अधीक्षक ने इसे अपने लिए चुनौती बताया था लेकिन एक महीने बाद आरोपियों की गिरफ्तारी तो दूर अभी पुलिस किसी नतीजे पर भी नहीं पहुंची है। यह पुलिस की नाकामी को दर्शाता है।
अर्जुन की हत्या से संगठन को अपूर्णीय क्षति हुई है। वह क्षेत्र पंचायत सदस्य भी रह चुके थे। आशंका जताई जा रही कि उनकी बढ़ती लोकप्रियता के कारण ही उन्हें मारा गया है। उन्होंने बताया कि राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार उपेंद्र तिवारी ने कार्यकर्ताओं का दर्द समझा है और एसआइटी जांच की मांग की है।
BY Ran vijay singh