उन्होंने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार तानशाहा हो गयी है जिस प्रकार सरकार के इशारे पर गरीबों, किसानों, मजदूरों, अल्पसंख्यकों, पिछड़ों, दलितों, महिलाओं के दमन एवं अत्याचार का सिलसिला शुरू किया गया और पूॅजीपतियों के इशारे पर नोटबंदी जीएसटी जैसे काले कानून लाये गये उससे देश में अघोषित आपातकाल की स्थिति पैदा हो गई है। किसान आत्महत्या के लिए मजबूर है, नौजवान बेराजगारी से त्रस्त है। छोटे उद्योग धन्धे और व्यापार बदहाली का शिकार हो गया है। धर्म और जाति के नाम पर समाज में नफरत के बीज बोने का काम भाजपा और उसके नेता कर रहे हैं।
देश की सीमाएं असुरक्षित हो गयी हैं। रोजाना सीमा पर जवान शहीद हो रहे हैं। मोदी सरकार की विदेश नीति पूरी तरह फेल हो चुकी है। मॅहगाई महामारी का रूप ले ली है। अच्छे दिन हवा-हवाई हो गये हैं। इन परिस्थितियों में देश एवं देश की सवा अरब जनता के हित में सपा बसपा का गठबन्धन होना समय की जरूरत थी। जनभावनाओं एवं राष्ट्रीय हितों को ध्यान में रखकर दोनों दलों के राष्ट्रीय नेताओं ने जो फैसला लिया है इससे जहॉ उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर गठबन्धन कब्जा करेगा। वहीं केन्द्र से नरेन्द्र मोदी सरकार को सत्ता से हाथ धोना पड़ेगा।
हवलदार यादव ने समाजवादी पार्टी के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं का आह्वान किया है कि वह बहुजन समाज पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ सामंजस्य स्थापित कर भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष करने के लिए जनता के बीच में जायें। थाने और तहसील में गरीब जनता का आर्थिक दोहन हो रहा है। भ्रष्टाचार चरम पर है ऐसे में दोनों दलों के नेताओं की जिम्मेदारी बढ़ गयी है कि भाजपा सरकार को बेनकाब करें। इस मौके पर विधायक आलमबदी आजमी, विधायक डा. संग्राम यादव, पूर्व विधायक बृजलाल सोनकर, जिला पंचायत सदस्य राजेश यादव, शिवमूरत यादव, महेन्द्र यादव, तेजबहादुर यादव, राजाराम सोनकर, नाटे यादव, उमेंश यादव, रामचन्दर यादव, आशीर्वाद यादव, शिशुपाल सिंह, मानबहादुर राम, जगदीश प्रसाद, केदार यादव आदि उपस्थित थे।
By Ran Vijay Singh