जिलाध्यक्ष हवलदार यादव ने कहा कि चुनाव में हार जीत होती रहती है। बड़े-बड़े नेता चुनाव हारे हैं लेकिन आज देश में जो परिस्थितियां हैं उससे साफ हो गया है कि बीजेपी का लोकतंत्र और संविधान से विश्वास उठ गया है। वह लोकतांत्रिक और संवैधानिक मूल्यों का लगातार हनन कर रही है। उपचुनाव बीजेपी चुनाव आयोग, सरकार और अधिकारियों ने मिलकर लड़ा। हम बार बार कहते रहे कि हमारे लोगों का नाम वोटर लीस्ट से काटा जा रहा है लेकिन आयोग से लेकर अधिकारी तक किसी ने संज्ञान नहीं लिया। केवल हंसूपुर गांव में 250 यादवों का नाम लीस्ट से गायब किया गया।
उन्होंने कहा कि प्रशासन के लोगों ने हमारे कार्यकर्ताओं को लाल व पीला कार्ड देकर धमकाया। प्रधानों को जांच कराकर प्रधानी से हटाने की धमकी दी गयी। धमकी से मतदाता डर गया और वोट देने के लिए नहीं निकला। उन्होंने दावा किया कि विधानसभा और लोकसभा उपचुनाव की वोटर लीस्ट अलग अलग थी। बीजेपी ने चुनाव जीतने के लिए सारे हथकंडे अपनाए। गांवों में साड़ी, कपड़ा से लेकर पैसा तक बांटकर मतदाताओं को प्रभावित किया गया। बीजेपी ने सीधे सीधे लोकतंत्र का हनन किया है। आने वाले चुनाव में सपा बीजेपी के झूठ को लेकर जनता के बीच जाएगी। संगठन को मजबूत कर लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने का काम करेगी।
इसके पूर्व सपा के लोगों ने केक काटा और अखिलेश यादव के लंबी उम्र की कामना की। कहा की राष्ट्रीय अध्यक्ष का जन्मदिन हम लोग सामाजिक न्याय दिवस के रूप में मना रहे हैं। आज सामाजिक न्याय आंदोलन की ही जरूरत है। भारतीय जनता पार्टी की सरकारों ने संविधान और लोकतंत्र पर भरोसा नहीं है। भाजपा सरकार है अपने वादे पर कायम नहीं रही है।आज महंगाई बेरोजगारी किसानों की समस्याएं और सांप्रदायिक उन्माद की घटनाएं बढ़ती चली जा रही हैं।