पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य लालजीत क्रांतिकारी ने कहा कि मेहनाजपुर थाना क्षेत्र में हुई घटना की जितनी भी निंदा की जाय कम है। अगर पुलिस मामले में लापरवाही नहीं बरतती तो महिला आत्महत्या के लिए बाध्य नहीं होती। दुष्कर्म पीड़िता की आत्महत्या ने व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। जो आम आदमी को न्याय न दिला सके ऐसे मुख्यमंत्री को सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं है।
लालजीत क्रांतिकारी ने मांग किया कि थानाध्यक्ष मेहनाजपुर को जल्द से जल्द बर्खास्त किया जाए। पीड़ित परिवार को सरकार 50 लाख रुपए और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दे। इस घटना की उच्चस्तरीय जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाय। उन्होंने कहा कि बीजेपी महिला सुरक्षा और बेटी पढ़ाओ बेटी बढ़ाओ का नारा देती है लेकिन देश में अगर कहीं बहन-बेटियां सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं तो भाजपा शासित राज्यों में है। इनके साथ आए दिन अपराध हो रहा है लेकिन सरकार मौन है। अगर न्याय नहीं हुआ तो हम समाजवादी पार्टी के लोग चुप बैठने वाले नहीं है।
इस दौरान आशिष कुमार, लकी कुमार, मनोज पाल, चंद्रशेखर नेता, जयराम शर्मा, राहुल यादव, विकास, सुरजीत यादव ,दीपक पाल,अंकुर दुबे, अजय पाल, गिरधर यादव, शैलेश राजभर, इंद्रजीत पाल, रिंकू, महेश राजभर, अच्छेलाल यादव, दुलारे पाल, विकास पाल, बृजनाथ पाल, टिल्लू दुबे आदि मौजूद थे।