बता दें कि हिस्ट्रीशीटर अजीत सिंह की हत्या में नाम आने के बाद प्रशासन माफिया कुंटू सिंह पर ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रहा है। प्रशासन द्वारा कुंटू सिंह के रूद्र प्रताप पालिटेक्निक कालेज देउपुर कमालपुर तथा गिरजा शंकर सिंह स्मृति महाविद्यालय खर्रा रस्तीपुर सगड़ी के ध्वस्तीकरण के लिए कालेजों पर नोटिस चस्पा की गयी है। साथ ही विद्यालय को सील कर दिया गया है। कालेजों के छात्र जब कालेज पर पहुंचे तो नोटिस देख सन्न रह गए। छात्रों को लग रहा है कि उनका भविष्य खराब हो जाएगा। यही वजह है कि बुधवार को सैकड़ों की संख्या में छात्र डीएम कार्यालय पहुंच गए।
डीएम से मुलाकात न होने पर छात्रों ने कलेक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान छात्रों ने मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों का ***** भी पालिश करने का प्रयास किया। छात्र विकास यादव, कमलेश प्रजापति, कमलेश मौर्य प्रदीप यादव, रोशन चैहान, हिमांशू, आलोक मौर्य, विनोद राजभर, शिवकुमार, मुकेश, दीपक आदि ने आरोप लगाया कि प्रशासन उनके भविष्य के साथ खेल रहा है। उन्होंने कहा कि कालेजों का प्रबंधतंत्र कैसा है इससे उनका कोई लेना देना नहीं है। वे सिर्फ कालेज की मान्यता व शिक्षण व्यवस्था को देखकर नामाकांन कराते है। छात्रों का सीधा संबंध प्राचार्य और शिक्षक से होता है। प्रबंधतंत्र से कोई मतलब नहीं होता। हमारी परीक्षाएं सामने हैं और प्रशासन प्रबंधक की वजह से कालेज ढहवा रहा है यह गलत है। प्रशासन कार्रवाई करे लेकिन पहले छात्रों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करे। प्रदर्शन के दौरान मौके पर पहुंचे अतिरिक्त मजिस्ट्रेट ने छात्रों से ज्ञापन लिया और कार्रवाई का आश्वासन दिया।
BY Ran vijay singh