बता दें कि जनपद में चालीस वर्षो से विश्वविद्यालय की मांग चल रही है। नाराज छात्र छात्राओं ने मंगलवार को तरवां, देवगांव, लालगंज, मुहम्मदपुर व ठेकमा कस्बे में जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। सरकार की तरफ से विश्वविद्यालय की मांग को अनसुना करने के कारण और निजी विश्वविद्यालय के प्रस्ताव के कारण उपजे आक्रोश की परिणीति 3 दिसम्बर से शुरू हुई बहिष्कार यात्रा के दूसरे दिन तरवां से निकले जुलूस में युवाओं की भारी संख्या दिखी। लालगंज, गोसाई बाजार व ठेकमा में यात्रा का भव्य स्वागत हुआ।
आज़मगढ़ मण्डल मुख्यालय मांग रहा है विश्वविद्यालय विश्वविद्यालय नहीं तो वोट नहीं के गगनभेदी नारों से बाजारों की सड़कें गूंज उठी। इस अवसर पर तरवां डिग्री कालेज में राजनीति शास्त्र के प्राध्यापक डॉ. संतोष सिंह ने कहा कि यदि आगामी लोक सभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पूर्व आज़मगढ़ में राज्य आवासीय विश्वविद्यालय की घोषणा न होने की स्थिति में मत बहिष्कार करना हम सबकी मजबूरी होगी। बहिष्कार यात्रा का कूबा डिग्री कॉलेज के प्राचार्य डॉ देवेंद्र प्रताप सिंह व लालगंज में वरिष्ठ अधिवक्ता सुधीर श्रीवास्तव व विक्रांत गुप्ता ने किया।
बहिष्कार यात्रा में संतोष राय, अमित कुमार सिंह, रवि यादव, सत्यजीत श्रीवास्तव, सौरभ यादव, अभय यादव, नरेश कुमार, आशीष कुमार, शिव कुमार श्रीवास्तव, नजीर अहमद मंसूरी, शिवबोधन उपाध्याय, राकेश गांधी आदि शामिल हुए। BY- RANVIJAY SINGH