स्वामी प्रसाद ने कहा कि हमारी सरकार श्रम विभाग की योजनाओं को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए कृत संकल्पित है। सरकार गरीबों को मुफ्त गैस, मुफ्त आवास, 2022 तक हर गरीब को आवास देने का काम कर रही है। श्रमिकों को मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास आजादी के 70 साल तक श्रम विभाग नहीं कर पाया जो डा. भीम राव अंबेडकर का सपना था। श्रम व कानून मंत्री रहते हुए डा. अंबेडकर ने श्रम कानून को इस सोच से स्थापित किया था कि गरीबों के चेहरे पर खुशहाली आयेगी। पंडित दीनदयाल का भी यही दर्शन है कि अंतिम व्यक्ति के चेहरे पर मुस्कान आये। दोनों ही महापुरूषों के सपने को साकार करने का काम पीएम नरेंद्र मोदी कर रहे हैं। पूर्ववर्ती सपा सरकार ने श्रम की योजनाओं को दुरूपयोग किया। अपने कुछ चहेतों में साइकिल बांटकर श्रमिकों की बलि दी। लेकिन हमारी सरकार योजनाओं को उनतक पहुंचाने का काम कर रही है। हमारी नजर दलालों पर भी है।
भारत बंद पर बोलते हुए मंत्री ने कहा कि जन समस्याओं को हमारी सरकार गंभीरता से लेती है। विरोधी दल के लोग अपने गिरेबान में झांक कर देखे कि उनकी सरकार थी तो डीजल पेट्रोल और महंगाई कहां थी। आज वे सड़कों पर उतर रहे है लेकिन आम आदमी सब समझ रहा है यही वजह है कि उनका भारत बंद सुपर फ्लाप है। सपा पर हमला बोलते हुए कहा कि आज हमारी सरकार में अपराधी 24 घंटे में जेल जा रहे हैं। कई कुख्यात एनकाउंटर में मारे मए।
सपा की पांच साल की सरकार में अपराधियों के गिरेबान तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंच पाते थे। राज्य में अपराधी पकड़े नहीं जाते थे बल्कि गुंडों को संरक्षण दिया जाता था। हमारा मानना है कि कानून का राज होगा तभी विकास होगा। राम मंदिर के सवाल पर मंत्री ने कहा कि मामला सर्वोच्च न्यायालय में लंबित हैं। हमें देश के कानून और संविधान पर भरोसा है। कोर्ट का जो फैसला होगा उसी के हिसाब से काम किया जाएगा।
By Ran Vijay Singh