जन आरोग्य मेले को सफल बनाने के लिए जिलाधिकारी ने सीएमओ को निर्देश दिये कि आईसीडीएस, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, एनआरएलएम के साथ बैठक करें। इस जन आरोग्य मेले में एनीमिक किशोरी, अति कुपोषित बच्चे, टीबी/कुष्ठ रोगी, धात्री महिलाएं, ऐसे बच्चे जो राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम से छूटे हैं, मजदूरों के बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण, जांच एवं ईलाज करें। इसी के साथ ही जांच में जिनको गम्भीर बीमारी मिलती है तो उनके केस को जिला अस्पताल पर रेफर कराना सुनिश्चित करें। साथ ही बीएमएम एवं एमओआईसी के साथ बैठक करें।
प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना के अन्तर्गत जिन ग्रामों में गोल्डेन कार्ड नही बना है, वहां पर सभी संबंधित एमओआईसी शत प्रतिशत गोल्डेन कार्ड बनवाना सुनिश्चित करें। इसी के साथ ही उन्होने यह भी निर्देश दिये कि जिन परिवारों का गोल्डेन कार्ड बनाया जाय, उन परिवारों को गोल्डेन कार्ड के अन्तर्गत किये जाने वाले ईलाज के संबंध में सम्पूर्ण डिजीज प्रोफाइल भी उपलब्ध करायें, जिससे लाभार्थी परिवार को जानकारी हो कि गोल्डेन कार्ड का उपयोग किन-किन बीमारियों में किया जा सकता है। जिलाधिकारी ने सीएमओ को यह भी निर्देश दिये कि गांवों में उक्त योजना के प्रचार-प्रसार हेतु गोष्ठी एवं शिविर लगाकर लोगों को जागरूक करें।
जिलाधिकारी द्वारा टीकाकरण, जननी सुरक्षा योजना, प्रधानमंत्री मातृत्व वन्दन योजना, आशाओं का भुगतान, मिशन इन्द्रधनुष, गोल्डेन कार्ड के परफारमेन्स इंडीकेटर की समीक्षा की गयी। समीक्षा के दौरान पाया गया कि विभिन्न एमओआईसी के परफारमेन्स इण्डीकेटर की प्रगति, स्टेट एवरेज व जिला एवरेज से कम है, जिस पर जिलाधिकारी ने सीएमओ को निर्देश दिये कि उन सभी एमओआईसी को स्पष्टीकरण दें, जिनकी प्रगति स्टेट एवरेज व जिला एवरेज से कम है। इसी के साथ ही जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिये कि यदि जिन एमओआईसी का आगे परफारमेन्स इण्डीकेटर में सुधार नही होता है तो कारण बताओ नोटिस जारी की जायेगी तथा विभागीय कार्यवाही भी की जायेगी।
इसी के साथ ही जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिये कि जिन एमओआईसी ने उक्त परफारमेन्स इण्डीकेटरों पर अच्छा कार्य किये हैं, प्रथम तीन एमओआईसी की सूची बनाकर उपलब्ध करायें, जिनको उत्तर प्रदेश दिवस के अवसर पर 24 फरवरी 2020 को सम्मानित किया जायेगा। अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. संजय ने बताया कि 03 फरवरी 2020 को मिशन इन्द्रधनुष का कार्यक्रम चलाया जाना है। उन्होने समस्त एमओआईसी से कहा कि 0-2 वर्ष के ऐसे बच्चे जिनको जेई का टीका नही लगा है, उनकी सूची उपलब्ध करायें।
जिलाधिकारी ने समस्त एमओआईसी को यह भी निर्देश दिये कि जो आशाएं अस्पतालों में डिलिवरी कराने आती हैं, एवं बिचैलिये का कार्य करती हैं, ऐसे आशाओं को चिन्हित कर उनकी सूची उपलब्ध करायें। जिलाधिकारी ने सीएमओ एवं समस्त एमओआईसी को निर्देश दिये कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित होने वाली योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए बालिका डिग्री कालेजों में जाकर छात्राओं को स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित की जाने वाली योजनाओं के बारे में बतायें एवं योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए छात्राओं ब्राण्ड एम्बेसडर भी बनायें। जिला विद्यालय निरीक्षक को जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि जनपद में संचालित बालिका डिग्री कालेजों की सूची सीएमओ को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर सीएमओ डॉ. एके मिश्रा, एसीएमओ डॉ. संजय, डॉ. एके सिंह, डिप्टी सीएमओ डॉ. परवेज अख्तर, जिला महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. अमिता अग्रवाल, जिला अस्पताल के एसआईसी डॉ. एसकेजी सिंह सहित समस्त संबंधित एमओआईसी उपस्थित रहे।
By Ran Vijay Singh