डीएम ने कमहा कि विद्यालयों में चलाये जा रहे बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अन्तर्गत विद्यालयों के जो बच्चे गम्भरी बीमारी से पीड़ित है उनको चिन्हित करते हुए इस स्वास्थ्य पोषण मेला में उनका ईलाज करे तथा जरूरत पड़े तो उनको जिला अस्पताल में भर्ती कराये। गांव के कुपोषित बच्चों का इलाज भी इस स्वास्थ्य पोषण मेला में करे यदि जरूरत पड़े जो उनको एनआरसी में भर्ती करा कर उनका उपचार करे। स्वास्थ्य पोषण मेला स्वास्थ्य, शिक्षा तथा आईसीडीएस विभाग के सहयोग से संचालित किया जायेगा। उन्होने कहा कि स्वास्थ्य पोषण मेला में यदि और डाक्टर की जरूरत पड़े तो आईएमए के डाक्टरों का सहयोग ले। स्वास्थ्य पोषण मेला का प्रचार-प्रसार भी करे जिससे आम जनता को जानकारी हो।
By RanVijay Singh