बता दें कि, तमसा पैसेंजर आजमगढ़ रेलवे स्टेशन से सुबह पांच बजे वाराणसी सिटी के लिए रवाना होती है। शुक्रवार को भोर में करीब 4.30 बजे ट्रेन को यार्ड से प्लेटफार्म पर लाया जा रहा था। इसी दौरान मूसेपुर रेलवे क्रॉसिंग गेट नम्बर 28 के पास तमसा पैसेंजर 55135 के पटरी से उतरने की खबर मिली। इस सूचना के बाद विभाग में हड़कम मच गया। इंजन पर सवार चालक व अन्य स्टाफ दुर्घटना में बाल बाल बच गए।
दुर्घाटना के बाद मौके पर आरपीएफ,जीआरपी समेत अन्य रेलवे स्टाफ मौके पर पहुंचा और ट्रेन को ट्रैक पर लाने की कवायद में जुट गया। मउ से दुर्घटना राहत ट्रेन यातायात खण्ड के अफसर पहुंच गए। बहरहाल दो घंटे की मशक्कत क बाद ट्रेन पटरी पर आई और करीब 9 बजे ट्रेन वाराणसी क लिए रवाना की गई। स्टेशन प्रबंधक बाबूराम ने बताया कि तमसा सुबह 5 बजे आज़मगढ़ से छूटकर वाराणसी साढ़े 9 बजे पहुंचटी है। इस घटना में कोई हताहत नही है।तमसा को रवाना कर दिया गया है।
इसके पहले भी आजमगढ़ में दिल्ली जा रही कैफियत एक्सप्रेस औरैया में देर रात दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। जिसमें ट्रेन के 10 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। हादसे में करीब 100 से अधिक यात्री घायल हो गए थे वहीं कई काल के गाल में समा गए थे। मिली जानकारी के अनुसार यह हादसा कानपुर और इटावा स्टेशन के बीच हुआ। जब मानव रहित रेलवे क्रासिंग पार करती कैफियत एक्सप्रेस डम्पर से जा टकराई थी। इसके पहले भी मुजफ्फर नगर में उत्कल एक्सप्रेस हादसा हुआ था, जिसमें 21 लोग मारे गए थे।
INPUT- रणविजय सिंह