उसे वाराणसी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस के कार्यशैली और व्यवसायी पर हुए हमले से नाराज ग्रामीणों ने शुक्रवार को आजमगढ़-गाजीपुर मार्ग जामकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन करने वालों ने एसपी और थानाध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाया।
जहानागंज थाना क्षेत्र धरवारा गांव निवासी महेंद्र यादव की रामपुर दरिया में मिठाई की दुकान है। दस दिन पूर्व बदमाशों ने फोन पर महेंद्र से पांच लाख रूपये रंगदारी मांगी थी। इस ममाले में महेंद्र ने सिधारी थाने में तहरीर दी थी। इसके बाद भी जब पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो पीड़ित ने एसपी से मिलकर सुरक्षा की गुहार लगाई लेकिन एसपी द्वारा भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया।
गुरूवार की रात करीब 9 बजे महेंद्र कहीं काम से गया था। उस दौरान उनका रिश्तेदार रानी की सराय थाना क्षेत्र के तिलमापुर गांव निवासी विनय यादव 25 पुत्र जगधारी बैठा था। उसी दौरान बाइक सवार बदमाश आये और दुकान पर चढ़कर फायरिंग शुरू कर दिये।
गोली लगने से विनय गंभीररूप से घायल हो गया। घायल को स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां से चिकित्सक ने हायर सेंटर रेफर कर दिया। घायल का उपचार वाराणसी में चल रहा है। घटना के बाद पुलिस मौकें पर पहुंची और स्थलीय निरीक्षण कर लौट गयी।
वहीं दूसरी तरफ जब घटना की जानकारी क्षेत्र के लोगों को हुई तो सैकड़ों की संख्या में लोग शुक्रवार की सुबह 09 बजे जहानागंज पहुंचकर ब्लाक मुख्यालय के सामने आजमगढ़-गाजीपुर मार्ग को जाम कर दिये। सड़क जाम होने से अफरा-तफरी मच गयी। मामले की जानकारी होने पर थानाध्यक्ष नदीम अहमद फरीदी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाकर जाम समाप्त कराया।
लोगों का आरोप था कि अगर एसपी और स्थानीय पुलिस मामले को गंभीरता से लेती और व्यवसायी के सुरक्षा का प्रबंध करती तो इस तरह की घटना नहीं होती लेकिन पुलिस ने रंगदारी मांगने की घटना की अनदेखी की।