दुर्दशा पर आंसू बहा रहे इस गांव को एक आदत कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी की जरूरत महसूस हो रही है बताते चलें कि भोजपुरी सिने स्टार स्वर्गीय कन्हैया सिंह ने इसी गांव की माटी में जन्म लिया आज उनके बेटे विक्रांत सिंह व पुत्रवधू मोनालिसा दोनों भोजपुरी सिनेमा जगत में अपनी अलग पहचान बना चुके हैं भोजपुरी समाज को स्वच्छ मनोरंजन की प्रस्तुति देने वाले इन कलाकारों का गांव आज विकास से अछूता होकर अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है।
इस गांव में विभिन्न जातियों के लोग निवास करते हैं गांव की कुल आबादी दांत दांत है शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़े इस गांव के नौनिहाल व युवा शिक्षा ग्रहण करने के लिए घर से लंबी दूरी तय करने को मजबूर है गांव के नजदीक विद्यालय में होने के कारण छात्राएं आज शिक्षा से वंचित हैं गांव की सड़कों की हालत देख हर कोई हैरान हो जाएगा गांव के लोग पगडंडी से होकर गुजरने के लिए मजबूर हो जाते हैं चिकित्सा के नाम पर यहां कोई सुविधा नहीं है।
शाम ढलने के बाद यदि किसी को अचानक चिकित्सा की जरूरत पड़े तो लोग बेहाल हो जाते हैं और ईश्वर पर भरोसा करके लगभग 10 किलोमीटर दूर स्थित अस्पताल की सेवा ले पाते हैं इस क्षेत्र से चुने गए जनप्रतिनिधियों में ब्लाक प्रमुख व जिला पंचायत सदस्य तक का लोगों ने सफर प्राप्त किया लेकिन उनकी अनदेखी के चलते सुल्तानपुर गांव आज भी विकास की बाट जोह रहा है।